लखनऊ/अयोध्या: अयोध्या के कोतवाली क्षेत्र के सहनवा गांव में दलित लड़की के साथ हुए बलात्कार की घटना में 3 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस कुकर्म को अंजाम देने वाला गाँव का ही दिग्विजय सिंह उर्फ बाबा है। उसने अपने दो दोस्तों के साथ नशे की हालत में इस घटना को अंजाम दिया। SSP राजकरन नय्यर ने सोमवार सुबह प्रेस कॉफ्रेंस में बताया कि तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। युवकों का लड़की के भाई से रंजिश चल रहा था।
राजकरन नय्यर ने बताया कि आरोपियों ने जुर्म स्वीकार कर लिया है। टीमें इनसे पूछताछ कर रही है। रेप करते समय तीनों नशे में थे। तीनों आरोपी सहनवा गांव से ही हैं। उनका नाम दिग्विजय सिंह, हरिराम कोरी और विजय साहू है। 22 साल की एक दलित युवती की हत्या मामले में उसकी बहन ने बताया कि उसके साथ गैंग रेप हुआ था। हमें न्यूड बॉडी मिली थी। उसकी दोनों आँखों पर चोट थी जैसे नोचने की कोशिश की गई हो। शव देखकर गाँव की दो महिलाएं बेहोश हो गई। युवती की बड़ी बहन ने आगे कहा कि स्कूल के शौचालय से लेकर खेत तक खून मिला था।
हैवानों ने लड़की के हाथ-पैर तोड़ दिए। उसकी दोनों आंखें फोड़ दी। इससे भी नहीं मन भरा तो उसके प्राइवेट पार्ट में डंडा डाल दिया। लड़की के शरीर पर ब्लेड से कई बार वार किए गए हैं। परिवार का कहना है कि उनकी 22 साल की बेटी 30 जनवरी की रात में भागवत सुनने गई थी। रात 11 बजे तक वो घर नहीं आई तो परिजनों और परिवार वालों ने सुबह तक ढूंढा।
परिजनों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में उनकी मदद नहीं की। शनिवार सुबह परिजनों को ही नाले में लड़की का शव दिखाई दिया। उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। परिजनों ने बताया कि बड़ी बेरहमी से उनकी बेटी के साथ रेप किया गया है। उसका हाथ-पैर तोड़ दिया। प्राइवेट पार्ट में डंडा डाला, इस वजह से उसने मल त्याग कर दिया था।