सूरत : कालेधन पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से लिए गए नोटबंदी के फैसले से लोगों के सामने कैश की दिक्कत तो आ ही रही है साथ ही कई लोगों को अपनी नौकरियां तक गंवानी पड़ गई है. जी हां, नोटबंदी से सूरत की कपड़ा फैक्टरियों को खासा नुकसान हुआ है.
घर लौट रहे हैं मजदूर
नोटबंदी के चलते सूरत की कपड़ा फैक्टरियों का व्यापार भी ठप्प हो गया है. काम नहीं होने की वजह से इन फैक्टरियों में काम करने वाले मजदूर अब अपने घर लौटने लगे हैं.
हीरा कारोबार भी हुआ प्रभावित
नोटबंदी की वजह से सूरत का हीरा कारोबार भी खासा प्रभावित हुआ है. नोटबंदी के बाद ऑर्डर कम आ रहे हैं. हीरा कारोबरी और कारीगर बैंकों की लाइन में बिजी हैं.
बता दें कि 8 नवंबर की आधी रात से 500 और 1000 के पुराने नोटों के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया था, जिसके बाद से ही लोगों को कैश की काफी समस्या हो रही है. लोग कैश निकालने के लिए घंटों तक बैंक और एटीएम की लाइन में खड़े होने पर मजबूर हैं.
एटीएम से एक दिन में मात्र 2500 रुपये ही निकाले जा सकते हैं. 2500 रुपये निकालने के लिए ही लोग एटीएम के सामने घंटों तक लाइन में लग रहे हैं. वहीं बैंकों में कैश की कमी हो रही है, लाइन में लगने के बाद भी लोगों को कैश नहीं मिल पा रहा है.