भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर अधिकारियों और नेताओं के बच्चे भी सरकारी स्कूलों में जाने लगे तो इन स्कूलों पर बोझ बढ़ जायेगा.
दरअसल मुख्यमंत्री अपने शासनकाल के 11 साल पूरे होने के मौके पर एक संवाददाता सम्मलेन को संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर उनसे सवाल किया गया कि राज्य के राजनेता और अधिकारियों के बच्चे सरकारी स्कूलों में क्यों नहीं पढ़ते?
इस सावल के जवाब में शिवराज सिंह ने कहा,’अगर वे भी सरकारी स्कूलों में जाएंगे तो सरकारी स्कूलों पर बोझ और बढ़ जाएगा.’ हालांकि बाद में अपनी बात का बचाव करते हुए उन्होंने कहा,’जहां तक आपका भाव है, जो आपका भाव है उसको ध्यान में रखकर शिक्षा की गुणवत्ता और कैसे ठीक की जा सकती है, उस पर ध्यान देंगे.’
इस अवसर पर उन्होंने इस बात से इनकार किया कि राज्य में कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं है. उन्होंने इस बात को भी माना की राज्य के कई स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं.