पटना. कानपुर में हुए रेल हादसे में बुढ़ी मां की छड़ी ने एक ही परिवार के सात लोगों की जान बचा ली. मुजफ्फरपुर के एक परिवार के सात सदस्य इंदौर-पटना एक्सप्रेस में सवार होकर अपने घर जा रहे थे. परिवार के सातों लोग बोगी में फंस गए थे और उन्हें कुछ भी सूझ नहीं रहा था तभी बुढ़ी मां ने अपनी छड़ी उन्हें दी जिससे उन्होनें ट्रेन का शीशा तोड़ कर बाहर आ गए.
मनोज चौरसिया नाम के इस व्यक्ति का सात लोग का परिवार ट्रेन की B-S बोगी में बैठकर पटना जा रहे थे. उन्होनें बताया कि जैसे ही हादसा हुआ वे बोगी में फंस गए तभी बुढ़ी मां ने उन्हें अपनी छड़ी दी जिससे उन्होनें ट्रेन का शीशा तोड़ दिया और सभी सुरक्षित बाहर आ गए.
इस तरह परिवार के सातों लोगों की जान बाल-बाल बच गई. चौरसिया की बुजुर्ग मां अभी सदमे में हैं और कुछ भी बोल नहीं पा रही हैं. परिवार की ही एक सदस्य और मनोज की पत्नी ने बताया कि बोगी में पहले ही कई यात्री दम तोड़ चुके थे.
उन्होनें कहा कि हम मौत के मुंह में जाते-जाते बच गए. बचाव दल अभी घटना स्थल पर नहीं पहुंच पाया था तभी उस बोगी के सभी बचे हुए यात्री खिड़की का शीशा तोड़कर बाहर निकल गए. उन्होनें कहा कि मौत उन्हें छूकर निकल गयी. हादसे के बाद चौरसिया का परिवार विशेष ट्रेन से पटना जंक्शन पहुंच गया.