नई दिल्ली. इतिहास गवाह है कि जनता तक जानकारी पहुंचाने के लिए पत्रकार जान की बाजी लगा देते हैं, देश में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करने से लेकर, हर छोटी बड़ी खबर जो आपके लिए जानना ज़रूरी है, उसे पत्रकार जनता तक पहुंचाते है. लेकिन, कई बार पत्रकारों की बेबाक लेखनी उनकी जान की दुश्मन बन जाती है. उत्तर प्रदेश के पत्रकारों पर भी खतरा मंडरा रहा है क्योंकि यूपी में अंधेरगर्दी मची है.
नई दिल्ली. इतिहास गवाह है कि जनता तक जानकारी पहुंचाने के लिए पत्रकार जान की बाजी लगा देते हैं, देश में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करने से लेकर, हर छोटी बड़ी खबर जो आपके लिए जानना ज़रूरी है, उसे पत्रकार जनता तक पहुंचाते है. लेकिन, कई बार पत्रकारों की बेबाक लेखनी उनकी जान की दुश्मन बन जाती है. उत्तर प्रदेश के पत्रकारों पर भी खतरा मंडरा रहा है क्योंकि यूपी में अंधेरगर्दी मची है.
अगर आप यूपी सरकार के खिलाफ लिखेंगे, तो हो सकता है कि आपको जान से मार दिया जाए. अफसोस इस बात का है कि यूपी में फैले इस गुंडाराज के खिलाफ अखिलेश सरकार चुप है. आखिर कत्ल के आरोपियों को क्यों बचा रही है अखिलेश सरकार ?