नई दिल्ली. फर्टिलाइजर को-ऑपरेटिव इफको ने नगालैंड की अकोकला पोंजेन लूशी को “सहकारिता रत्न”, राजस्थान के भूप सिंह राहड़ को “सहकारिता बंधु” पुरस्कार से सम्मानित किया है जबकि “सहकारिता संरक्षक” सम्मान मारीशस के ईपी अपन्ना को दिया गया.
इफको का स्वर्ण जयंती वर्ष चल रहा है और इस मौके पर दिल्ली में एक समारोह में इन तीन लोगों को सहकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम के लिए पुरस्कार व सम्मान के साथ पांच-पांच लाख रुपये की नकद राशि का चेक, शॉल और प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया.
आदमी निपुण तभी होता है जब उसके अभ्यास निपुण होते हैं: शिव खेड़ा
29वां जवाहरलाल स्मारक इफको व्याख्यान देते हुए प्रबंध गुरु शिव खेड़ा ने कहा कि अभ्यास से निपुणता नहीं आती, अभ्यास से वे चीजें स्थायी हो जाती हैं, जिनका हम अभ्यास करते हैं. आदमी निपुण तभी होता है जब उसके अभ्यास निपुण होते हैं.
इफको हर साल जवाहरलाल नेहरु स्मारक इफको व्याख्यान का आयोजन करती है जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को व्याख्यान के लिए बुलाया जाता है. इफको अध्यक्ष बलविंदर सिंह नकई ने सम्मानित हुए लोगों को बधाई दी और उनके योगदान को याद किया.
इफको के एमडी डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने देश के सहकारिता आंदोलन के विकास में पंडित नेहरू के योगदान को याद करते हुए कहा कि नेहरुजी ने ही भारत में सहकारिता की नीति 1956 में लाई थी.
उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्र निर्माताओं ने सहकारिता के जिन मूल्यों की कल्पना की थी, इफको आज उन मूल्यों को आगे बढ़ा रही है. कार्यक्रम के दौरान स्वर्ण जयंती वर्ष के मौके पर खास तौर पर तैयार किए गए इफको गीत को भी पेश किया गया.