लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज फिर नोट बंदी के फैसले का विरोध किया. उन्होंने मीडिया से कहा कि नोट बंदी से काम धंध ठप्पा हो गया है. इस फैसले से किसान और मजदूर परेशान हैं.
अखिलेश यादव ने नोट बंदी को जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताया. उन्होंने कहा कि किसान संकट से गुजर रहे हैं, यह कोई प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि केंद्र सरकार द्वारा पैदा की गई है.
सहकारी बैंकों को छूट मिले
वहीं, अखिलेश यादव ने किसानों और सहकारी बैंकों को इस फैसले से छूट देने की मांग की है. उन्होंने यह भी कहा कि जब एटीएम मशीनें नए नोट स्वीकार नहीं कर रही हैं, तो इंसान कहां से कर लेगा.
बता दें कि सभी विपक्षी दल सरकार के नोट बंदी के फैसले का विरोध कर रहे हैं. इसी मुद्दे पर शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी हंगामा होता रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को आजादपुर मंडी की रैली में सरकार से तीन दिनों के अंदर फैसला वापस लेने की मांग की थी.