भोपाल. 500 और 1000 के पुराने नोट बंद होने से गुरुवार को भी बैंक और एटीएम मशीन के बाहर अफरा-तफरी का माहौल रहा. लोग सुबह से ही बैंक और एटीएम के बाहर लंबी-लंबी लाइन लगाकर खड़े हो गए. इन सब की वजह है बैंक की आधी-अधूरी तैयारियां, इससे लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है.
इस बड़े ऐलान के बाद हर जगह आप भीड़-भाड़ या लंबी लाइन देख सकते हैं. चाहे वह बैंक के आगे वह या किसी राशन के दुकान पर. नोट बैने के साइड इफेक्ट्स आप हर जगह देख सकते हैं. एक ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में देखने को मिला.
रिपोर्ट्स के मुताबिक वहां के ग्रामीण के पास पैसे खत्म हो जाने का बाद दुकानदार से उधार लेने गए लेकिन दुकानदार ने उधार देने से मना कर दिया. फिर क्या लोगों का गुस्सा फूटा और वहां मौजूद लोगों ने दुकान लूट ली.
इस मामले पर दुकानदार ने क्या कहा
बरद्वाहा गांव की सरकारी उचित मूल्य की दुकान के मालिक मुन्नी लाल अहिरवार ने पुलिस को की गई शिकायत में कहा कि ग्रामीणों के पास अनाज खरीदने के लिए नकद राशि नहीं थी, इसलिए ग्रामीणों ने दुकान से अनाज लूट लिया जबकि पुलिस ने लूट की घटना से इंकार करते हुए कहा कि ग्रामीणों और दुकानदार के बीच राशन को लेकर विवाद हुआ था.
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के ऐलान के बाद से 500 और 1000 के नोट बंद हो गए हैं. नोट बदलने और जमा करने के लिए बैंक 10 नवंबर से खोले गए हैं. 10 नवंबर से 30 दिसंबर तक कुल 50 दिनों का समय दिया गया है नोट बदलवाने के लिए. उसके बाद भी अगर कोई पुराना नोट जमा करता है तो उसे पहचान पत्र दिखाना होगा.