श्रीनगर. कश्मीर में हिंसा के बीच भारतीय सेना के इस कदम पर आपका सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा. यहां सेना घाटी में शांति बहाल करने, आतंकियों की घुसपैठ रोकने के साथ-साथ बच्चों को पढ़ाने का काम कर रही है. इसके लिए स्थानीय लोगों की भी मदद ली जा रही है.
गौर करने वाली बात यह है कि हाल के दिनों में जिस तरह घाटी में स्कूलों को निशाना बनाकर जलाया जा रहा है, ऐसे में सेना का यह कदम वाकई काबिल-ए-तारीफ है. पिछले 4 महीनों में करीब 32 स्कूलों को आग के हवाले कर दिया गया है.
स्कूल चलो अभियान में सेना के अधिकारी बच्चों को एक पिता की हैसियत से शिक्षा दे रहे हैं. जवानों का कहना है यह अभियान रुकने वाला नहीं है, चाहे इसके लिए बंद पड़े स्कूलों को क्यों न खुलवाना पड़े. वहीं मेजर जनरल के मुताबिक पहलगाम में सेना के गुडविल स्कूल में 292 बच्चों को पढ़ाया जा रहा है.
बता दें कि जुलाई में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान बानी के मारे जाने के बाद से घाटी में तनाव कायम है. वहीं हर रोज पाकिस्तना सीजफायर का उल्लंघन आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने की कोशिश में लगा हुआ है. रविवार से भी फायरिंग जारी है जिसमें सेना के दो जवान शहीद हो गए हैं और 1 आतंकी मारा गया है.