नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच विवाद एक बार फिर से विवाद छिड़ गया है. जहां एक ओर उपराज्यपाल ने दिल्ली इलेक्ट्रिसिटी रैगुलेटरी कमीशन (डीईआरसी) के चेयरमैन पद से कृष्णा सैनी की नियुक्ति को रद्द कर दिया, वहीं इसके संबंध में सीएम केजरीवाल ने एलजी के निर्देश पर जारी किए गए इस आदेश को ही रद्द कर दिया है.
सीएम केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बीजेपी पराज्यपाल के जरिए दिल्ली में बिजली के दामों को बढ़वाना चाहती है. उन्होंने आगे कहा कि यही वजह है जो उपराज्यपाल डीईआरसी चेयरमैन पद पर ईमानदार कृष्णा सैनी की नियुक्ति को रद्द करने में तुले हुए हैं. जो कि हम नहीं होने देंगे.
सीएम केजरीवाल का आरोप
दिल्ली में बिजली के दाम बढ़ाने का काम डीईआरसी करता है, लेकिन पिछले दो साल से दिल्ली सरकार ने डीईआरसी के जरिए बिजली के दाम बढ़ने नहीं दिए. इसलिए उपराज्यपाल डीईआरसी के चेयरमैन को हटाना चाहते हैं. इसके अलावा उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए पूछा कि “हमने जब जनवरी में चयन समिति बनायी तो उस समय एलजी को अवगत कराया था साथ ही हमने नियुक्ति के बारे में भी उन्हें सूचना भिजवाईस थी, लेकिन एलजी ने आठ माहिनें बाद यह कदम क्यों उठाया है. किसके निर्देश पर अब कृष्णा सैनी को हटाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि पहले ऊर्जा सचिव सुकेश जैन को कृष्णा सैनी को हटाने का निर्देश दिया गया. जब सुकेश जैन ने कृष्णा सैनी को नहीं हटाया तो उन्होंने ऊर्जा सचिव के पद से जैन को हटा दिया गया. इसके बाद उपराज्यपाल ने उपसचिव के जरिए कृष्णा सैनी को हटाने का आदेश जारी कराया, जिसे अब दिल्ली की सरकार ने रद्द कर दिया है.