नई दिल्ली. रविवार की रात मध्य प्रदेश के भोपाल सेंट्रल जेल से सिमी के 8 आतंकी दीवार फांदकर फरार हुए थे. इन फरार हुए आतंकियों को सोमवार को एमपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक एनकाउंट में मारे गए 8 आतंंकी स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया(सिमी) के थे. हालांकि एमपी पुलिस के इस एनकाउंटर पर सवाल उठ रहे हैं. बता दें कि सिमी एक प्रतिबंधित आतंकी संगठन है. प्रतिबंधित होने के बाद सिमी इंडियन मुजाहिद्दीन नाम से काम कर रहा है.
जानिए SIMI से जुड़ी 10 बातें जिससे आप अबतक थे अनजान
1. सिमी एक प्रतिबंधित इस्लामिक छात्र संगठन है. सिमी की स्थापना 25 अप्रैल 1977 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुई थी.
2.शुरुआत में सिमी को जमात-ए-इस्लामी हिंद(JIH) के स्टूडेंट विंग के रूप में जाना जाता था. JIH इस्लाम को ‘वे ऑफ लाइफ’ मानता है जिसका शुरुआती मकसद भारत को इस्लामिक राष्ट्र बानाने का था लेकिन अब JIH सेक्युलर स्टेट की बात करता है.
3. सिमी को मोहम्मद अहमदुल्लाह सिद्दिकी का ब्रेन चाइल्ड माना जाता है. सिद्दिकी अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी में मीडिया स्टडीज के प्रोफेसर थें.
4.1977 में स्थापना के बाद 2001 में पहली बार सिमी को आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण प्रतिबंधित किया गया. 2008 में संगठन से कुछ दिन के लिए बैन हटाया गया लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर सिमी को उसी साल फिर से प्रतिबंधित कर दिया गया. सिमी तब से प्रतिबंधित है और अंडर ग्राउंड होकर अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है.
5. सिमी को अनलॉफुल ऐक्टिविटीज प्रिवेंशन ऐक्ट 1967(यूएपीए) के तहत प्रतिबंधित किया गया था. सिमी 2019 तक प्रतिबंधित है.
6. इस संगठन की उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात, केरल, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में मजबूत उपस्थिति है.
7. कई जानकारों का मानना है कि प्रतिबंध लगने के बाद सिमी इंडियन मुजाहिद्दीन नाम से भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है.
8. सिमी का मुखिया सफदर नागौरी है. 2001 में आतंकवादी निरोधक कानून(POTA) के तहत सिमी को बैन कर सफदर को गिरफ्तार कर लिया गया. यूपीए सरकार ने पोटा कानून को खत्म कर दिया लेकिन सफदर नागौरी पर चल रहे देशद्रोह और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के मामले के कारण वह 2001 से जेल में बंद है.
9. सिमी पर 2006 में मुंबई में ट्रेन ब्लास्ट करने का आरोप है. इस ब्लास्ट में 187 लोगों की मौत हुई थी. 2008 में गुजरात में हुए बम धमाकों में 45 लोगों की जान गई थी.
10. प्रतिबंधित होने के बाद सिमी अब दूसरे आतंकवादी संगठनों की तरह अलग नामों से देश में ऐक्टिव है.