लखनऊ. दिवाली आने को है और कहते है दिवाली में लक्ष्मी जी घर आती है. कुछ ऐसा ही हुआ मणिराम के साथ. मणिराम लखनऊ में रिक्शा चलाते है. शायद उन्होंने भी ये नहीं सोचा होगा की धनतेरस के एक दिन पहले उनके ऊपर लक्ष्मी जी की ऐसा कृपा बरसेगी.
दरअसल एक महाशय को लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पहुचने में देर हो रही थी. सड़क पर लगे जाम के कारण उनकी गाड़ी बिल्कुल भी आगे नहीं बढ़ पा रही थी. ऐसे में उन्होंने अपनी गाड़ी वही छोड़ी और मणिराम से मुख्यमंत्री आवास चलने के लिए कहा.
मणिराम और उन महाशय के बीच पचास रूपए किराया भी तय हुआ. मणिराम ये नहीं जनता था कि जिस व्यक्ति को वो CM आवास छोड़ने जा रहा था, वह Paytm का सीईओ है. जिसके पास लगभग 7000 करोड़ रूपए से ज्यादा की प्रॉपर्टी है.
Paytm के सीईओ विजय शेखर को यश भारती सम्मान मिलना था. जिसके लिए उन्हें लखनऊ में CM आवास पहुचना था. खैर मणिराम तो विजय शेखर को मुख्यमंत्री आवास के बाहर ही छोड़ कर जाने को तैयार था. लेकिन विजय शेखर के कहने पर मणिराम ने सुरक्षा जांच के बाद अपना रिक्शा मुख्यमंत्री आवास के अंदर ले लिया.
जब मणिराम विजय शेखर को वहां छोड़कर वापस जा ही रह था. तभी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उसे वापस बुलाया और कुछ देर बात करने के बाद उसे 6000 रूपए, एक घर और एक ई-रिक्शा दिवाली के उपहार के तौर पर भेंट किया.