कश्मीर. आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से जम्मू कश्मीर में 111 दिनों से कर्फ्यू लगा हूआ है. इस दौरान राज्य के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूल भी बंद हैं. पिछले 8 जुलाई 2016 से सभी स्कूलों पर ताला पड़ा हुआ है.
लेकिन एक ओर जहां सभी स्कूल बंद थे वहीं श्रीनगर के दिल्ली पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले 573 बच्चों के एग्जाम करवा लिए गए. इस स्कूल में अलगाववादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी की पोती भी पढ़ती है. वह 10वीं क्लास की स्टूडेंट है. गिलानी की पोती उनके बड़े बेटे नईम जफर गिलानी की बेटी हैं. नईम किसी पार्टी के सदस्य नहीं हैं और उनसे अलग श्रीनगर में रहते हैं.
स्कूल ने हाई स्कियोरिटी के बीच 1 से 5 अक्टूबर तक अपने इंटरनल एग्जाम कराए. इसमें खास बात ये है कि हुर्रियत ने बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से कश्मीर में बंद का एलान कर रखा है.
स्थानीय लोगों ने किया था स्कूल बंद रखने का विरोध
सरकार ने भी पिछले दो महीने से राज्य में बंदी का ऐलान कर रखा था. इस वजह से कोई भी स्कूल खुले नहीं रहे. स्थानीय लोगों ने स्कूलों को बंद रखने और विरोध प्रदर्शनों को इनसे अलग रखने की अपील की थी. लेकिन बच्चों के भविष्य से जुड़े इस मांग को सबने अनसुना कर दिया था. यही नहीं पिछले तीन हफ्तों में कश्मीर के तीन सरकारी स्कूलों की इमारतों में आग भी लगा दी गई है. हालांकि, हुर्रियत ने स्कूलों की इस आगजनी का विरोध किया था लेकिन स्कूलों को खुलने की इजाजात फिर भी नहीं दी.