मुंबई. गे रिलेशनशिप को लेकर कानून बनाए गएं है लेकिन अभी इसे वैधानिक मान्यता नहीं मिली है. एक इसी से संबंधित वाक्या गुजरात के अहमदाबाद में सामने आया है. अहमदाबाद के रहने वाले दो पुरुषों ने साथ रहने का फैसला किया है. इसके लिए उन्होंने अपनी पत्नियों को छोड़ दिया है. इन सब में ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों पुरुष रिश्ते में साढ़ू हैं और दोनों महिलाएं सगी बहनें हैं.
दरअसल रिश्तेदार बनकर मिलने के बाद दोनों के बीच समलैंगिक रिश्ता बन गया. इसके बाद उन्होंने साथ रहने का फैसला किया. वे दोनों एक अलग घर में अपनी-अपनी पत्नियों को छोड़ कर साथ रहने लगे. जिसके बाद महिलाएं कोर्ट की शरण में पहुंच गई और अपने लिए न्याय की मांग कर रही है. दोनों बहनों ने पतियों को आरोपी बनाते हुए कोर्ट से मेंटिनेंस और आश्रय (Shelter) के रूप में अंतरिम राहत की मांग की है.
रिपोर्ट के मुताबिक 2010 में बड़ी बहन की शादी एक स्थानीय कारोबारी से हुई थी, बाद में उनका एक बच्चा भी हुआ. मुश्किल उस समय शुरू हुई जब 2013 में छोटी बहन की शादी हुई. जिसके बाद बड़ी बहन के पति के छोटी बहन के पति के साथ समलैंगिक रिश्ते बन गए.
बता दें कि दोनों बहनों को कोई भी उम्मीद नजर नहीं आने के बाद अंत में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. दोनों ने घरेलू हिंसा एक्ट 2005 के तहक महिला सुरक्षा का केस दर्ज कराया है. उनका आरोप है कि उनके पतियों के बीच बने समलैंगिक रिश्ते के चलते उन्हें नजरअंदाज किया गया है. उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया है कि वह उनके पतियों को जीवन यापन और आश्रय के लिए पैसे देने का निर्देश दे. कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के लिए 19 नवंबर की तारीख तय की है.