औरंगाबाद. आतंकी संगठन आईएसआईएस नौजवानों को आकर्षित करने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहा है. पहले वह उनकी रूचि के बारे में पता लगाता है और फिर उन्हें उसी के अनुसार आकर्षित करता है. आईएस के इसी जाल में फंसकर एक युवक सेक्स गुलामों की आॅनलाइन सर्च करते हुए आतंकी संगठन से जुड़ गया.
टाइम्स आॅफ इंडिया के एक खबर के मुताबिक जांच एजेंसियों ने पाया कि परभणी के रहने वाले एक संदिग्ध नासिर का आईएस की तरफ झुकाव उसके सेक्स गुलाम के लिए आकर्षण के कारण हुआ था. तीन महीनों तक लगातार चले आॅपरेशन के बाद राज्य की आतंकवाद निरोधक दस्ते ने 31 साल के नासिर को गिरफ्तार किया है. नासिर महाराष्ट्र में औरंगाबाद से 187 किमी दूर स्थित परभाणी जिले का रहने वाला है. उसे आईएसआईएस से संदिग्ध संपर्क के चलते 14 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था.
घंटों सर्च करता था सेक्स गुलाम
जांच में पाया गया कि नासिर को संगठन के स्थानीय मॉड्यूल का प्रमुख बनाया गया था. उसने पूछताछ में बताया कि सेक्स गुलाम के बारे में आॅनलाइन सर्च करने के दौरान वह आईएस के हैंडलर के संपर्क में आया. नासिर के खिलाफ चार्जशीट में यह भी बताया गया है कि वह अपने हैंडलर से सेक्स गुलाम के बारे में फेसबुक चैट और मोबाइल पर चैट एप्लिकेशन के जरिए पूछता था. साथ ही नासिर ने कई सारे ई-मेल आईडी भी बनाए थे.
नासिर की आॅनलाइन सर्फिंग हिस्ट्री की जांच में पाया गया कि उसने सेक्स गुलाम, उनकी तस्वीरों और उनके बारे में पढ़ने व वीडियो देखने के लिए घंटों सर्च किया है. वहीं, यह भी कहा जा रहा है कि नासिर की पत्नी को सबसे पहले उस पर शक हुआ. उसके घंटों लैपटॉप लेकर बैठे रहने पर पत्नी ने आपत्ति जताई पर नासिर ने इसे ज्यादा महत्व नहीं दिया.
आईएस ने बदला काम का तरीका
जांच एजेंसी का कहना है कि आईएसआईएस ने आतंकियों के काम करने के तरीकों, लोगों को जोड़ने और आतंकवादी गतिविधियों के संचालन के तरीके में बदलाव किया है. आईएस का आॅनलाइन प्रचार का तरीका घातक है और एक तर्कसंगत व पढ़े-लिखे व्यक्ति तक को भी प्रभावित कर देता है.
आईएस के काम करने के तरीके का अध्ययन करने वाले एटीएस अधिकारी का कहना है कि जब आतंकी संगठन देखता है कि कोई उनकी तरफ झुकाव दिखा रहा है तो वो उसकी पसंद और नापसंद का अध्ययन करते हैं. अगर उसका झुकाव धर्म की तरफ ज्यादा है, तो उसे अपने अनुसार व्याख्याओं वाला धार्मिक साहित्य दिया जाता है.