नई दिल्ली. पूरी दुनिया में एक महाशक्ति के तौर पर उभर रहे हिन्दुस्तान की सबसे कमजोर तस्वीर है.ये तस्वीर दिखाती है कि हम कितने कमजोर है. हमारी जड़े कितनी कमजोर है, अंधी सोच और अंधे विश्वास की ये दीमक कैसे विशाल से दिखाई देने वाले देश को खोखला कर रही है.
ये लड़कियां लाल कपड़ा ओढे ये पांच मासूम बच्चियां, बेशक खामोश है लेकिन इनकी खामोशी में चीख है.एक ऐसी चीख है जो आगाह करती है.हमें और हमारे आधुनिक कहे जाने वाले समाज को कि नहीं बदले तो बर्बाद हो जाएंगे. इस खामोशी में वो आग है. जो सभ्य समाज के साथ-साथ हमारी सभ्यता को जला कर राख कर देगी.
दुनिया को हिला देने वाली मिसाइलें बना ले. हम मंगल की उड़ान भर ले.लेकिन देश में हो रहे इस अमंगल को नहीं रोका. इसे रोकना सरकार के साथ-साथ सिस्टम और हम सब की जिम्मेदारी है. हिन्दुस्तान की नसों में…धर्म और संस्कृति से सजे संस्सकार बहते है
मान्यताओं और परंपराओं के लिए हमारा देश पूरी दुनिया में जाना जाता है..लेकिन मान्यताओं के नाम पर आज जो अंधेरे में लिपटी तस्वीर हमारे सामने है…वो अपनी आंधी में सब कुछ उड़ा ले जाएंगी. हम अपनी आंखों के सामने 21 वी सदी में आगे बढने के सपनों को.