जम्मू. जम्मू-कश्मीर के नबील अहमद वानी BSF कमांडेंट का एग्जाम टॉप करने के बाद लड़की को छेडख़ानी से बचाकर सुर्खियों में हैं. इस दौरान बस में उन्होंने इस हरकत के लिए आरोपी को जोरदार थप्पड़ भी मारा और कहा कि लड़कियों को चप्पल की पावर दिखाने की जरूरत है.
पूरी घटना के बारे में वानी ने फेसबुक पर एक पोस्ट करके बताया. उन्होंने लिखा ‘यह घटना उस वक्त हुई जब मैं बस से जम्मू से उधमपुर जा रहा था. 17-18 साल की एक लड़की मेरे सामने बैठी थी. मैंने देखा कि अचानक वह खड़ी हो गई और अपने बगल में बैठे शख्स पर चिल्लाने लगी. मैं हेडफोन में गाने सुन रहा था, तब तक मुझे कुछ समझ नहीं आया. मैंने उसे बैठने के लिए अपनी सीट ऑफर की.’
आगे वानी ने कहा ‘लड़की ने तब मुझे बताया कि उसके बगल में बैठा 40-45 साल का शख्स उसे बार-बार छू रहा था, बद्तमीजी कर रहा था. इसके बाद मैंने इसके खिलाफ आवाज उठाई, बस रुकवाई. लेकिन मैं तब सरप्राइज्ड रह गया जब बस मैं बैठे किसी व्यक्ति ने इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाई. फिर मैंने उसके चेहरे पर जोरदार चांटा मारा, मैं मामले को आगे ले जाता, लेकिन लड़की और ड्राइवर ने मामले को वहीं खत्म करने की रिक्वेस्ट की. इसके बाद भी मैंने आरोपी का वीडियो रिकॉर्ड किया और कुछ फोटोज भी ली. मुझे बस में बैठे लोगों पर शर्म आ रही थी. मैं लड़कियों से सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि ऐसे लोगों डरे नहीं, बल्कि उन्हें अपनी चप्पल की पावर दिखाओ.’
बता दें कि पिछले महीने वानी ने बीएसएफ असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा टॉप रैंक के साथ पास की थी. वानी की सफलता के बाद होम मिनिस्टर ने उनसे खुद मुलाकात करके उन्हें बधाई दी थी. वानी कश्मीर के उधमपुर में मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं. और उनकी परवरिश भी सामान्य रूप से ही हुई. उनके पिता सरकारी अध्यापक थे.