रोहतक. हरियाणा के रोहतक में एक सनसनीखेज मामला सामना आया है. जहां एक बीएएमएस की छात्रा ने वार्डन और कई लोगों पर आरोप लगाया है कि वह लड़कियों को गलत काम के लिए बाहर भेजते हैं.
हिंदी अखबार दैनिक जागरण में छपी खबर के मुताबिक मामला आयुर्वेदिक कॉलेज एंड अस्पताल का है. पीड़ित लड़की ने आरोप लगाया है कि जब उसने इस बात का विरोध किया तो उसे एक कमरे में बंद करके मारा पीटा गया है.
इस घटना के सामने के आने के बाद से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. छात्रा ने इसको लेकर डीजीपी को मेल लिखा है उसके बाद सदर थाना इलाके में केस दर्ज कर लिया गया है.
पंचकुला की रहने वाली इस छात्रा ने बताया कि उसने नवंबर 2015 में इस कॉलेज में एडमिशन लिया था. वह इस कॉलेज के हॉस्टल में रहती है. उसके साथ ही बीएएमएस की थर्ड इयर की छात्रा भी रहती है.
25 मई 2016 को साथ रहने वाली छात्रा ने दो और छात्राओं के साथ मिलकर अचानक पीटना शुरू कर दिया और उसे एक कमरे में बंद कर उसका मोबाइल भी छीन लिया. थोड़ी देर बाद उसे पीटते हुए वार्डन के रूम मे ले जाया गया.
वहां उससे कहा गया कि उसे गलत काम के लिए बाहर जाना होगा, अगर बात नहीं मानी तो रोज ऐसे ही टॉर्चर किया जाएगा. पीड़ित छात्रा के पिता खुद पुलिस में है. उन्होंने सूचना पाकर अपने रिश्तेदार को रोहतक भेजा.
रिश्तेदारों ने उसका मेडिकल कराया और पूरे मामले की शिकायत प्रिसिंपल से की गई. उनकी शिकायत पर कॉलेज और पुलिस स्तर पर जांच की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद छात्रा ने इसकी शिकायत डीजीपी से की तो सदर थाने में मामला दर्ज हो पाया है.