नई दिल्ली. आज़ादी के सत्तर साल बाद आज भी हमारी खेंती सिंचाई के लिए मानसून की बारिश पर निर्भर करती हैं. ऐसे में लोग बारिश लाने के लिए कई अजब-गजब तरीके अपनाते हैं.
भारत में असम और महाराष्ट्र में लोग बारिश कराने के लिए मेंढकों की शादी कराते हैं. वे मानते हैं कि ऐसा करने से बरसात जल्द होगी, मेंढकों की ये शादी पुरे रिति-रिवाजों के साथ होती हैं. तमिलनाडु और कर्नाटक में लोग बारिश कराने के लिए वरुण यज्ञ कराते हैं. इस यज्ञ में ब्राह्मण पानी में बैठकर हवन करते हैं. उत्तर प्रदेश के नारी-बारी इलाके के बच्चे बारिश कराने के लिए कीचड़ में लेट कर इंद्र भगवान से प्रार्थना करते हैं.
झारखण्ड के लोग बारिश के लिए भगवान शिव की आराधना करते हैं. यहाँ के लोग भगवान शिव के मंदिर के सामने कपड़े उतारकर हाथ में लाठी लेकर लेटते हैं. वे मानते है कि ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न हो जायेंगे बुन्देलखण्ड के लोग बारिश के लिए अपने सूखें पड़े खेतों को जोतते हैं. वे मानते है कि ऐसा करने से बारिश जल्द होगी. इन सब बातों से ये तो साफ़ है की अगर हमने पानी की बर्बादी यूं ही जारी रखी तो जल्द ही इस अजब-गजब तरीकों में कुछ नये तरीकें और जुड़ जायेंगे.