इस गांव में है भारतीय पुरुषों की नो एंट्री, अगर गए तो…

नई दिल्ली. वैसे तो भारत में हर नागरिक को कहीं भी जाने का अधिकार है लेकिन देश में ही एक ऐसी जगह है जहां केवल विदेशी रहते हैं और यहां भारतीय पुरुषों के आने पर प्रतिबंध लगा है.    इनख़बर से जुड़ें | एंड्रॉएड ऐप्प | फेसबुक | ट्विटर   यह जगह है हिमाचल में बसा कसोल गांव. इस गांव […]

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इस गांव में है भारतीय पुरुषों की नो एंट्री, अगर गए तो…

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  • September 25, 2016 7:06 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. वैसे तो भारत में हर नागरिक को कहीं भी जाने का अधिकार है लेकिन देश में ही एक ऐसी जगह है जहां केवल विदेशी रहते हैं और यहां भारतीय पुरुषों के आने पर प्रतिबंध लगा है. 
 
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यह जगह है हिमाचल में बसा कसोल गांव. इस गांव को इजराइली पर्यटकों की पंसदीदा जगह कहा जाता है. यहां इजराइली पर्यटक इतनी ज्यादा संख्या में आते हैं कि इस गांव को ‘मिनी इजराइल’ भी कहा जाता है. इस गांव में भारतीय पुरुषों के आने पर पाबंदी लगी हुई है. अगर कोई यहां आ भी जाता है तो स्थानीय लोग उसे ठहरने के लिए किराए पर कमरे ही नहीं देते हैं.
 
इस प्रतिबंध का कारण लोग यह बताते हैं कि यहां आने वाले भारतीय पुरुष इजरायली महिलाओं के साथ छेडख़ानी करते हैं. उन्हें धूम्रपान करतीं और अलग तरह के कपड़े पहने लड़कियां देखकर अजीब लगता है. वे उन्हें घूरते हैं और छेड़खानी करके हंगामा खड़ा करते हैं.
 
 
पर्यटकों से चलता है व्यवसाय
इस गांव के लोग इजराइली पर्यटकों का खुले दिल से स्वागत करते हैं. उन्हीं से यहां के लोगों का व्यवसाय भी जुड़ा हुआ है. कसोल के संबंध में इजराइल के नागरिकों का दावा है कि उन्होंने ही करीब दो दशक पहले कसोल गांव खोजा था. इसके बाद कई इजराइली पर्यटक पर्वती घाटी के किनारे बसे इस गांव में आने लगे. इस गांव में ड्रग्स, मस्ती और आराम का पूरा समय मिलने से सैलानियों की संख्या बढ़ने लगी है.
 
जब इजराइली यहां आए थे, तो उन्होंने जगह किराए पर लीं थी. इसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे अपने गेस्ट हाउस, कैफे बनाए. यहां इंटरनेट कैफे में बातचीत की भाषा भी हिब्रु है क्योंकि इजराइली ज्यादा अंग्रेजी नहीं समझते हैं. गांव के लोगों ने भी खुद को इजराइलियों के रंग में रंग लिया है. 

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