लखनऊ: रामजन्म भूमि अयोध्या ने दिवाली से पहले ही 2 वर्ल्ड रिकार्ड बना लिए है. बता दें अयोध्या में 25 लाख दिये जलाए गए, जिसके बाद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अयोध्या का नाम शामिल हो गया है. इतना ही नहीं इसके अलावा एक और रिकॉर्ड भगवान श्रीराम की महाआरती को लेकर बनाया गया है. सरयू नदी की महाआरती में एक साथ 1100 साधु संत और वेदाचार्ये शामिल हुए, जिस कारण दूसरा विश्व रिकार्ड दर्ज किया गया.
सरयू नदी की आरती के समन्वयक शशिकांत दास ने बताया कि भगवान श्रीराम के रामलला मंदिर में विराजमान होने के बाद इस तरह का पहला भव्य आयोजन किया गया है। वहीं पूरे अयोध्या को भगवान श्रीराम के स्वागत में सजाया गया है, जिसमें दीपों की रोशनी ने पूरे शहर को जगमगा दिया। दीपोत्सव के तहत सरयू के तटों पर ही नहीं बल्कि अयोध्या के 200 से अधिक मंदिरों और मठों में भी दीप जलाए गए। यह आयोजन अयोध्या के लिए एक ऐतिहासिक क्षण साबित हुआ है, जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज कर लिया गया।
इसके साथ ही आरती के दौरान 5100 ज्योतियों से महाआरती की परंपरा जारी रही, लेकिन इस वर्ष पहली बार 1100 साधु-संतों ने एक साथ सामूहिक आरती में भाग लिया। शशिकांत दास के अनुसार, इससे पहले इतनी बड़ी संख्या में साधु-संतों ने एकसाथ आरती में भाग नहीं लिया था, जिससे इस आयोजन एक और विश्व रिकॉर्ड की ओर कदम बढ़ाया है। इतना ही नहीं इस भव्य आरती में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
अयोध्या प्रशासन के अनुसार, दीपोत्सव 2024 की शुरुआत सुबह नौ बजे से हुई। सबसे पहले साकेत महाविद्यालय से एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इसके बाद दोपहर 2:40 बजे भगवान श्रीराम ने पार्क में पहुंचकर अपनी लीला का प्रदर्शन किया और इसके बाद उनका राज्याभिषेक किया गया. इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी पूरी कैबिनेट के साथ उपस्थित रहे। शाम को सरयू तट पर महाआरती का आयोजन किया गया, जिसने इस भव्य आयोजन को और भी ख़ास बना दिया।
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