दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में तैनाती के लिए बिहार से जिन 6 अफसरों को बुलाया था, उनमें से एक ने शामिल होने से मना कर दिया है. DSP संजय भारती अभी ACB शामिल नहीं होंगे. DSP संजय भारती ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों से दिल्ली सरकार की ACB में तैनाती से मना कर दिया है. ताजा घटनाक्रम से इस विवादित मामले में सियासत और गरमा सकती है.
नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में तैनाती के लिए बिहार से जिन 6 अफसरों को बुलाया था, उनमें से एक ने शामिल होने से मना कर दिया है. DSP संजय भारती अभी ACB शामिल नहीं होंगे. DSP संजय भारती ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों से दिल्ली सरकार की ACB में तैनाती से मना कर दिया है. ताजा घटनाक्रम से इस विवादित मामले में सियासत और गरमा सकती है.
हालांकि बिहार पुलिस के पांच कर्मी दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा में शामिल हो चुके हैं. इस कदम से केजरीवाल सरकार और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच विवाद और बढ़ चुका है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, बिहार पुलिस के 3 इंस्पेक्टर और 2 सब इंस्पेक्टर दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा में शामिल हो चुके हैं. दिल्ली सरकार की ACB में मानव संसाधनों की कमी है. इसी वजह से दिल्ली सरकार के अनुरोध पर 5 अधिकारियों को भेजा गया.
अखिलेश ने भी दिया झटका
केजरीवाल को दूसरा झटका यूपी से लगा है. केजरीवाल ने अखिलेश सरकार से 15 अफसर मांगे थे केजरीवाल ने लेकिन अफसरों की कमी को कारण बताकर यूपी सरकार ने अफसर देने से मना कर दिया है. बाहर से अफसर बुलाने औऱ एसीबी में नियुक्त करने के फैसले पर दिल्ली के एलजी नजीब जंग ने ही सवाल उठा दिए हैं. खुद को एसीबी का बॉस बताकर एलजी नजीब जंग ने कहा है कि उनसे पूछे बिना अफसर लाए जा रहे हैं जिसका अधिकार दिल्ली के सीएम को नहीं है. हालांकि दिल्ली के सीएम केजरीवाल गैर बीजेपी राज्यों से अफसरों को लाने की मुहिम में जुटे हुए हैं.
IANS से भी इनपुट