तिरुवनन्तपुरम. केरल के एर्नाकुलम जिले के मुवात्तुपूजा के एक स्कूल में एक अजीब सा मामला सामने आया है, जहां एक 17 साल की लड़की को उसके प्रिंसिपल ने कुछ ऐसा कह दिया कि वह सुसाइड करने पर मजबूर हो गई.
जी हां यह बात सच है. लड़की के पिता ने मीडिया को बताया कि उसकी बेटी के बैग से कुछ नोट मिलने के बाद प्रिंसिपल ने गुस्से में उसकी बेटी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया.
लड़की के पिता ने बताया कि प्रिंसिपल की बातों ने उसकी बेटी को इतना दुखी कर दिया कि उसने सुसाइड करने की कोशिश कर डाली. बता दें कि छात्रा इस वक्त कोट्टायम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती है, उसका शरीर 80% तक जल चुका है.
लड़की के पिता ने बताया, ‘परीक्षा के पहले टीचर्स स्टूडेंट्स के बैग चैक कर रहे थे कि कहीं किसी ने फोन तो नहीं लाया है. इसी चैकिंग के दौरान उन्हें मेरी बेटी के बैग से कुछ पेपर्स मिले और जिसके बाद उसे प्रिंसिपल ने ऑफिस में बुलाया. जहां उन्होंने मेरी बेटी से कहा “एक वेश्या की तरह जीने से बेहतर है कि तुम मर जाओ.” प्रिंसिपल के इन शब्दों से वह इतनी ज्यादा दुखी हो गई कि खुदकुशी करने की कोशिश कर डाली.’ बता दें कि पेपर में क्या लिखा है उस बात का अभी खुलासा नहीं हुआ है.
लड़की के पिता ने आगे बताया कि उनकी बेटी हमेशा कुछ न कुछ लिखती रहती थी, उसे लिखने का बहुत शौक है. उसे जब भी कोई कुछ बताता था, वह उसे पेपर में लिख लेती थी. उन्होंने बताया, ‘अगर कोई मेरी बेटी को अपना कोई अनुभव बताता था तो वह उसे एक पेपर में लिख लेती थी. इतना ही नहीं उसके दिमाग में जो कुछ आता था, जो वो सोचती थी उसे भी लिख लेती थी. वह उन पेपर्स को हमेशा अपने साथ रखती थी. उसकी तो कुछ कविताएं भी मैग्जिन में पब्लिश हुई हैं’
बता दें कि लड़की ने अपना स्टेटमेंट एट्टुमानूर मैजिस्ट्रेट को दे दिया है. मुवात्तुपूजा इंस्पेक्टर जयकुमार ने बताया है कि लड़की का स्टेटमेंट रिकॉर्ड कर लिया गया है और जांच की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है. जांच के बाद एक्शन लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि स्कूल के साथ कुछ गड़बड़ है, लेकिन पूछताछ के बाद ही कुछ कहा जाएगा.