नई दिल्ली. अपने घर-परिवार की मंगलकामना के लिए आज हरतालिका तीज मनाई जाएगी. इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। महिलाएं और युवतियां गौरी-शंकर का पूजन करती हैं। हिन्दी तिथि के हिसाब से ये व्रत भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को रखा जाता है. हातालिका तीज कई मायनों में खास हैं. यहां जानें तीज से जुड़ी कुछ अहम बातें.
1. पंडितों के अनुसार हरितालिका तीज का त्यौहार काफी सुखद संयोग लेकर आया है.
2. हरितालिका तीज पर इस बार तृतीया संग चतुर्थी और हस्त नक्षत्र का भी संयोग बन रहा है और ऐसा संयोग व्रती की हर कामना को पूरा करने वाला माना जा रहा है.
3. इस तीज की पूजा को करना जितना कठिन है, उतना ही मुश्किल इसका व्रत रखना है. इस दिन बिना खाए-पिए रहा जाता है.
4. हरितालिका तीज को लेकर मान्यता है कि इस व्रत को करने वाली सुहागिन महिलाओं का सौभाग्य अखंड बना रहता है और सात जन्मों तक उसके पति का साथ बना रहता है।
5. इस दिन महिलाएं और युवतियां निर्जल रहकर भगवान शिव को गंगाजल, दही, दूध, शहद आदि से स्नान कराकर उन्हें फल समर्पित करती हैं। रात को घरों में सुंदर वस्त्रों, फूल पत्रों से सजाकर फुलों का हार बनाकर शिव और पार्वती की पूजा की जाती है।
6. हारतालिका तीज को मनाने के पीछे मान्यता है कि इस व्रत को सबसे पहले शिव जी को पति रूप में पाने के लिए पार्वती जी ने शादी से पहले किया था। माता पार्वती ने कई सालों तक शिव ताप किया था।