मणिपुर से ऐसी घटना सामने आई है कि जिसे सुनकर आप भी कुछ समय के लिए चौंक जाएंगे. वहां भारतीय संस्कृति का प्रतीक माने जाने वाली साड़ी पर रोक लगा दी गई है लेकिन सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि इस खबर को किसी मीडिया रिपोर्ट या किसी चैनल में नहीं दिखाया गया है.
इंफाल. मणिपुर से ऐसी घटना सामने आई है कि जिसे सुनकर आप भी कुछ समय के लिए चौंक जाएंगे. वहां भारतीय संस्कृति का प्रतीक माने जाने वाली साड़ी पर रोक है लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि इस खबर को किसी मीडिया रिपोर्ट या किसी चैनल में नहीं दिखाया गया है.
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रिपोर्ट्स के मुताबिक अखिल भारतीय जनरल सचिव (NSUI) और सामाजिक कार्यकर्ता (जेंडर) Angellica Aribam ने इस खबर को अपने ट्विटर पर शेयर किया है.
Since they’ve imposed a ban on sarees calling it colonial (Indianization), I’m wearing them even more frequently. pic.twitter.com/IDkuPCq5AY
— Angellica Aribam (@AngellicAribam) August 11, 2016
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि साड़ी पर प्रतिबंध ‘भारतीयकरण’ और औपनिवेशिकरण समय से ही चला आ रहा है कोई नई बात नहीं है. लेकिन इन सब के बीच सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि भारतीयों का सबसे पसंदीदा कपड़ा साड़ी को मणिपुर में प्रतिबंध क्यों किया गया. उन्होंने आगे लिखा कि मलेशिया में रहने वाले भारतीयों को भी साड़ी पहने के अधिकार की लड़ाई लड़नी पड़ी थी और वैसे ही स्थिति मणिपुर में मौजूद है.