जम्मू. जम्मू से कटरा जाने में पहले दो घंटे लगते थे. लेकिन तीन टनल के बनने के साथ ही अब यह रास्ता मुश्किल से 40 मिनट का रह गया है. सात किलोमीटर लंबा ये रास्ता बालिनी ब्रिज से अर्द्धकुंवारी को जोड़ेगा.
अगले डेढ़ महीने में शुरु होने वाले नवरात्रि को देखते हुए इसका काम जोर शोर से चल रहा है. चैकिंग प्वाइंट और शेड का काम पूरा होते ही इसे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. हालांकि पालकी और घोड़े वाले इस नए रास्ते का विरोध कर रहे हैं. वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ अजीत कुमार के मुताबिक श्रद्धालुओं में 80% पैदल यात्रा करते हैं, 6% हैलिकॉप्टर से और बाकी 14% घोड़े और पालकी से. नया रास्ता सिर्फ पैदल यात्रियों के लिए होगा. घोड़े और पालकी यहां बैन होंगे.
इस रास्ते पर बाणगंगा से अर्द्धकुंवारी और हाथी मत्था की खड़ी और कठिन चढ़ाई पर जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी. इस रास्ते पर स्लोप स्टेबलाइजेशन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. इससे चढ़ाई सरल और सुगम होगी. यही नहीं अगले साल से कटरा से भवन तक सामान ले जाने वाला रोप-वे और भवन से भैरवघाटी तक पैसेंजर ले जाने वाला रोप-वे भी शुरु हो जाएगा.