नई दिल्ली. मोदी का मिशन चाइना गेट एक ऐसा मिशन जिसका मकसद है चीन के किसी भी वार को नाकाम करना. मोदी सरकार का ये प्लान हिंदुस्तान की सरहद पर चीन की चुनौती का करारा जवाब होगा.
अब बॉर्डर पर अगर चीन ने ज़रा सी भी चालाकी दिखाने की कोशिश की तो उसका अंजाम वो हमेशा याद रखेगा. चीन की हर चाल का करारा जवाब दिया जाएगा. हिन्दुस्तान की सेना हर ऐक्शन के लिए तैयार है.
दुश्मन के वार का डटकर मुकाबला किया जाएगा.जो सरहद पार से होने वाले किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरे जी-जान से तैयारी में जुटी है. यहां मल्टीबैरल गन, मोर्टार्स और रॉकेट लॉन्चर्स से लेकर धुआंधार मिसाइल दागने और गोले बरसाने की बेहद कड़ी ट्रेनिंग चल रही है.
ये हम सुरक्षा कारणों से नहीं बता सकते लेकिन इसका मकसद बिल्कुल साफ है बॉर्डर पार से होने वाली किसी भी हिमाकत का मुकम्मिल जवाब देना. खतरनाक हथियारों से लैस ये चीनी सैनिक किस तरह जंग की तैयारियों में जुटे हैं.
इस ऑपरेशन में फाइटर हेलिकॉप्टर्स और बख्तरबंद टैंकों के साथ साथ मिसाइलों का भी जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है. जमीन से लेकर आसमान और समंदर तक चीन के सैनिकों की ऐसी वॉर प्रैक्टिस आपने इससे पहले शायद ही कभी देखी हो.