#MakeInIndia का Indus OS करेगा स्मार्टफोन में भाषा की समस्या दूर
अमेरिकी आईफोन निर्माता कंपनी ऐप्पल भले ही दुनिया भर में अपने स्मार्टफोन को लेकर सुर्खियां बटोर रही है, लेकिन भारत में ऐप्पल के बाजार को एक देसी कंपनी 'इण्डस ओएस' ने पछाड़ दिया है. हालात ये है कि देश में यह ऑपरेटिंग सिस्टम दूसरे नंबर पर आ गया है.
August 15, 2016 5:55 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. अमेरिकी आईफोन निर्माता कंपनी ऐप्पल भले ही दुनिया भर में अपने स्मार्टफोन को लेकर सुर्खियां बटोर रही है, लेकिन भारत में ऐप्पल के बाजार को एक देसी कंपनी ‘इण्डस ओएस’ ने पछाड़ दिया है. हालात ये है कि देश में यह ऑपरेटिंग सिस्टम दूसरे नंबर पर आ गया है.
लॉन्च होने के मात्र 3 साल बाद ही क्षेत्रिय भाषाओं वाली यह ऑपरेटिंग सिस्टम की स्मार्टफोन बाजार में 5.1 फीसदी हिस्सेदारी हो गई है. वहीं ऐप्पल के आईओएस और विंडो की बात करें तो आईओएस की भारतीय बाजार में भागेदारी 3 प्रतिशत जबकि विंडो की 1 से 2 प्रतिशत है. इण्डस ओएस की मांग इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि एंड्रॉयड पर आधारित यह दुनिया की पहली ऐसी ऑपरेटिंग सिस्टम है जो 11 क्षेत्रिय भाषाओं को सपोर्ट करती है.
इण्डस ओएस के सीईओ और फाउंडर राकेश देशमुख ने 2013 में इसे लॉन्च किया था. ओएस का पहला वर्जन गुजराती में आया था, उसके बाद धीरे-धीरे इसे 11 और क्षेत्रिय भाषाओं में लॉन्च किया गया, जिनमें से मराठी, तमिल और उर्दू को काफी पसंद किया गया. इण्डस ओएस मलयालम, तेलुगू, उड़िया, तमिल, पंजाबी, कन्नड़, गुजराती, हिन्दी, उर्दू, बंगाली और मराठी भाषाओं में उप्लब्ध है.
इण्डस की सफलता को देखते हुए पिछले साल ऐप्पल को भी अपने फोन में हिन्दी, हिन्गलिश, अवधी, मराठी और संथाली भाषाओं को एड करना पड़ा. वहीं माइक्रोमैक्स भी अपने कुछ नए मॉडल को इण्डस ओएस के साथ लॉन्च करने वाली है.