नई दिल्ली. एक पिता की 13 बार मौत काली रात की वो कहानी जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. आज एक पिता आपको बताएंगे कि कैसे उनकी बिटिया को इंसान के भेष में आए दरिंदों ने जकड़ लिया. उनकी पत्नी भी भेड़ियों के हाथ चढ़ गईं. उस मनहूस रात को इस पूरे परिवार के साथ क्या क्या हुआ ?
बुलंदशहर की इस वारदात को सुनकर सालों तक लोगों के शरीर में सिहरन पैदा होती रहेगी.अगर आप बेटी के पिता हैं तो फिर इस पिता का दर्द जरूर सुनें. नोएडा से 62 किलोमीटर दूर जिस जगह पर यूपी पुलिस के बड़े बड़े अफसरों का मजमा लगा. उस काली रात यहां एक पुलिसवाला भी नहीं था. तीन घंटे तक मां बेटी से गैंगरेप हुआ. यहां से कोई वर्दीवाला नहीं गुजरा.
हैरानी वाली बात ये है कि पुलिस को फोन किया तो कंट्रोल रूम में कोई फोन रिसीव करने वाला भी नहीं. बता दें कि नोएडा का एक परिवार दादी की तेरहवीं में शामिल होने बुलंदशहर जा रहा था. रात करीब एक बजे बुलंदशहर में नेशनल हाईवे नंबर-91 पर गाड़ी के नीचे कुछ आवाज हुई. इन लोगों ने गाड़ी रोकी. चेक किया इसी बीच वहां 7-8 बदमाश आ धमके.
सभी लोगों को गन प्वाइंट पर ले लिया गया. तीन घंटे तक मां-बेटी से गैंगरेप हुआ. इस दौरान कोई वहां मुंह भी खोलता तो बदमाश उसकी लोहे की रॉड और हथौड़े से पिटाई कर देता. तीन घंटे की हैवानियत के बाद बदमाश वहां से बहाने करके निकले. करीब 10 मिनट बाद जब पीड़ित परिवार को यकीन हो गया कि बदमाश चले गए. तो परिवार के सबसे छोटे बच्चे ने पिता का हाथ-पैर खोला. फिर एक एक कर सबके हाथ पैर खोले गए. आंखों के सामने बेटी और पत्नी के साथ हैवानियत हुई. पैर के नीचे से जमीन खिसक गई. हिम्मत जुटाकर पुलिस को फोन किया. 100 नंबर पर रिस्पॉन्स नहीं मिला तो दोस्त को फोन कर कंट्रोल रूम का नंबर मांगा.