पटियाला. पंजाब के पटियाला जिले के बल्लमगढ़ गांव की टीचर सोनिया इन दिनों काफी चर्चा में हैं, इतना ही नहीं जब आपको भी इसके फेमस होने के पीछे का कारण पता चलेगा तो आप भी दातों तले उंगुली दबा लेंगे. दरअसल, सोनिया एलीमेंट्री स्कूल में पढ़ाने वाली महज 11 साल की टीचर है, जो कि पहली से पांचवी तक के स्टूडेंट्स को पढ़ाती हैं.
सरकार ने नहीं भेजा कोई टीचर
रिपोर्ट्स के अनुसार मार्च में इस स्कूल के एकमात्र टीचर सतगुरु सिंह के निधन के बाद स्कूल एक महीने तक बंद रहा. इस बीच गांव वालों ने जिला शिक्षा अधिकारी के पास जाकर नए टीचर भेजने की अपील भी की थी, लेकिन सरकार की तरफ से कोई सुनवाई न होने पर गांव वालों ने बच्चों की पढ़ाई को देखते हुए स्कूल की ही सबसे होनहार स्टूडेंट सोनिया को टीचर बना दिया.
गांव के बुजुर्ग करते हैं मदद
बता दें कि सोनिया इसी स्कूल की पांचवी कक्षा का छात्रा है. पांचवी कक्षा में सोनिया सहित दो छात्र हैं. जबकि यहां पहली से पांचवीं तक कुल 43 स्टूडेंट हैं. लेकिन जब सोनिया को चुना गया तो शुरूआत में उसे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बच्चे उसकी बात नहीं सुनते थे, जिसके बाद रोजाना गांव के दो-दो बुजुर्गों ने ड्यूटी लगानी शुरू कर दी, जिसके बाद से बच्चे डर की वजह से पढ़ने लगे हैं. डर से बच्चे चुप करके पते हैं.