अहमदाबाद. गुजरात में दलितों पर अत्याचार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं. बीती रात ध्रांगध्रा-अहमदाबाद बाईपास के पास मेलडी मां मंदिर के पुजारी की हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि ये पुजारी दलित जाति का था. सुबह लोगों ने जब मंदिर में उसकी लाश देखी तो पुलिस को सूचना दी. चश्मदीदों के अनुसार पुजारी की हत्या पत्थरों से पीट-पाटकर की गई है. पुलिस ने हत्या की जांच शुरू कर दी है. पुजारी का नाम जादव खेंताभाई कालाभाई बताया जा रहा है.
बता दें कि ऊना के दलित परिवार के साथ अत्याचार के मामला अभी शांत नहीं हुआ है कि, अब इस दलित पुजारी की हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है. बताया जा रहा है कि पुजारी की किसी से दुश्मनी नहीं थी। वे काफी लम्बे समय से मंदिर में पूजा कर रहा था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
वहीं दलितों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर वढवाण के साहित्यकारों ने सरकार की तरफ से प्राप्त अवार्ड और राशि को वापस करने की घोषणा की है. साहित्यकार अमृतलाल मकवाना ने कहा कि 27 जुलाई को वे 2012-13 में प्राप्त गुजरात सरकार द्वारा दिया गया अवार्ड वापस करेंगे.