नई दिल्ली. सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए चल रहा ऑपरेशन ‘संकटमोचन’ के तहत सुबह 5 बजे पहला विमान 156 भारतीयों के साथ तिरुअनंतपुरम पहुंच गया है. बता दें कि सूडान में चल रहे ऑपरेशन संकट मोचन और पूरे ऑपरेशन को लीड विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह कर रहे हैं.
दक्षिण सूडान में पिछले हफ्ते से विद्रोहियों और सेना के बीच भीषण लड़ाई हो रही है. हिंसा की वजह से 36 हजार लोगों ने संयुक्त राष्ट्र मिशन में शरण ले रखी है. बता दें कि दक्षिणी सूडान में तकरीबन 600 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से 450 नागरिक राजधानी जुबा में ही हैं. हालांकि 600 भारतीय नागरिकों में से सिर्फ 300 लोगों ने स्वदेश वापसी की इच्छा जाहिर की है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया है कि पूरा अभियान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की देखरेख में संचालित हो रहा है. सुषमा ने दक्षिणी सूडान में स्थिति पर नजर रखने के लिए एक उच्च स्तरीय टीम का गठन किया है.
क्या है पूरा मामला
संघर्षविराम सोमवार शाम छह बजे से प्रभावी हुआ. दक्षिणी सूडान में ताजा हिंसा सात जुलाई को जुबा में किर के आवास के बाहर हुई गोलीबारी के कारण शुरू हुई. गोलीबारी के समय किर अपने आवास पर माचार के साथ बैठक कर रहे थे.
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, संघर्ष के कारण दक्षिणी सूडान में अब तक 36,000 लोग अपने घर छोड़कर भागने पर मजबूर हुए हैं. दक्षिणी सूडान में स्थित विभिन्न देशों के दूतावास और मदद संस्थाएं संघर्ष शुरू होने के बाद से अपने-अपने कर्मचारियों को सूडान से बाहर निकालने में लगी हुई हैं.