नई दिल्ली: नोएडा के सेक्टर-58 थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में नोएडा अथॉरिटी के 200 करोड़ रुपये की एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) धोखाधड़ी के मामले में मुख्य आरोपी मन्नू भोला और दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें मन्नू भोला पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित था। इस कार्रवाई में पुलिस […]
नई दिल्ली: नोएडा के सेक्टर-58 थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में नोएडा अथॉरिटी के 200 करोड़ रुपये की एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) धोखाधड़ी के मामले में मुख्य आरोपी मन्नू भोला और दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें मन्नू भोला पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित था। इस कार्रवाई में पुलिस ने बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, पैन कार्ड, आधार कार्ड और बैंक संबंधी नकली दस्तावेज बरामद किए हैं।
मामला उस समय सामने आया जब नोएडा अथॉरिटी ने 200 करोड़ की एफडी बनाने के लिए बिड जारी की थी, जिसे बैंक ऑफ इंडिया, सेक्टर-62 शाखा ने जीत लिया। नोएडा अथॉरिटी ने 100-100 करोड़ की दो एफडी बनाने के लिए बैंक को 200 करोड़ रुपये दिए। नियम के अनुसार, जिस बैंक में एफडी करानी होती है, वहां अथॉरिटी का बैंक खाता होना जरूरी है। इसके लिए नोएडा अथॉरिटी ने साइनिंग अथॉरिटी नियुक्त की थी, लेकिन हस्ताक्षरकर्ता के पहुंचने से पहले ही धोखेबाज अधिकारी बनकर बैंक पहुंचे और 3.9 करोड़ रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर करवा लिए। इसके अलावा, उन्होंने 9 करोड़ रुपये और ट्रांसफर करने की कोशिश की, लेकिन बैंक ने समय रहते इस राशि को जब्त कर लिया।
यह धोखाधड़ी तब सामने आई, जब जुलाई 2023 में नोएडा विकास प्राधिकरण ने बैंक ऑफ इंडिया से एफडी की पुष्टि के लिए संपर्क किया। बैंक से मिली जानकारी में खुलासा हुआ कि एफडी फर्जी थी और 30 जून 2023 को 3.9 करोड़ रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर किए गए थे। नोएडा प्राधिकरण ने 4 जुलाई 2023 को सेक्टर-58 थाने में एफआईआर दर्ज कराई, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। इस दौरान जांच में पता चला कि अपराधियों ने फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर प्राधिकरण के नाम से जाली खाता खोला और उसमें 3.9 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवा लिए। इस साजिश के पीछे मन्नू भोला मुख्य आरोपी था।
पुलिस ने मन्नू भोला और त्रिदिब दास को दिल्ली के कबीर पैलेस होटल से गिरफ्तार किया। उनके पास से फर्जी दस्तावेज, कई मुहरें, पैन कार्ड, आधार कार्ड, और बैंकिंग सामग्री जब्त की गई। मामले में अब तक कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
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