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मिड डे मील में टीचर ने पीट-पीटकर खिलाया छिपकली वाला खाना, बोलीं- चुप छिपकली नहीं बैंगन है!

भागपुर. बिहार अक्सर ही सुर्ख़ियों में बना रहता है, कभी शराबबंदी तो कभी गुंडाराज, बिहार अक्सर ही छाया है. अब एक बार फिर बिहार चर्चा में आ गया है, दरअसल, यहाँ भागलपुर के एक स्कूल में मिड-डे मील खाने के बाद 200 बच्चे बीमार हो गए, बच्चों का कहना है कि उन्हें छिपकली वाला खाना […]

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मिड डे मील में टीचर ने पीट-पीटकर खिलाया छिपकली वाला खाना, बोलीं- चुप छिपकली नहीं बैंगन है!
  • November 11, 2022 6:16 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

भागपुर. बिहार अक्सर ही सुर्ख़ियों में बना रहता है, कभी शराबबंदी तो कभी गुंडाराज, बिहार अक्सर ही छाया है. अब एक बार फिर बिहार चर्चा में आ गया है, दरअसल, यहाँ भागलपुर के एक स्कूल में मिड-डे मील खाने के बाद 200 बच्चे बीमार हो गए, बच्चों का कहना है कि उन्हें छिपकली वाला खाना खिलाया गया, उन्होंने छिपकली की शिकायत भी की तो टीचर ने पहले उन्हें डांटकर कहा- छिपकली नहीं बैंगन है, लेकिन जब बच्चों ने खाना खाने से मना किया तो टीचर ने उन्हें पीट-पीटकर छिपकली वाला खाना खिलाया.

पहले ही कौर में बच्चों को दिखी छिपकली

मामला भागपुर के नवगछिया प्रखंड में मदत्तपुर गांव के मध्य विद्यालय का है, यहाँ क्लास 6 की छात्रा शिवानी कुमारी ने बताया कि गुरुवार को मिड-डे-मील परोसा गया, उस दौरान आयुष नाम के एक छात्र की थाली से छिपकली मिली. बच्चा जोर से चिल्लाया तो सभी बच्चे खाना छोड़कर भागने लगे, इसपर जब टीचर को इसका पता चला तो वह पहुंचे और थाली देखकर कहने लगे कि ये छिपकली नहीं बैंगन है. इसके बाद टीचर ने थाली से छिपकली निकाल दी और बोले- चुपचाप खाना खाना है तो खाओ नहीं तो घर जाकर खाना.

खाते ही उल्टियां होने लगीं

इसके बाद भी जब बच्चों ने खाना खाने से मना किया तो टीचर पीट-पीटकर बच्चों को खाना खिलाने लगे, खाना खाने के बाद ही सभी को उल्टियां होने लगीं. इस खाने की वजह से करीब 200 बच्चे बीमार हो गए. घटना की जानकारी मिलने के बाद धीरे-धीरे बच्चों के परिजन स्कूल पहुंचने लगे, फ़िलहाल, सभी बच्चों को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, बताया जा रहा है कि इस समय सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं.

मामला भड़का तो शिक्षक ने फेंका खाना

जैसी ही खाना खाने पर बच्चों को उल्टियां होनीं शुरू हुईं तो स्कूल में मौजूद स्टाफ के हाथ-पैर फूल गए, बच्चों को इलाज के लिए ले जाने की जगह स्टाफ ने आनन-फानन में खाना ही फेंक दिया, खाना स्कूल के पास ही फेंका गया, मामले की जानकारी मिलने पर ग्रामीण संजय कुमार के साथ BDO गोपाल कृष्ण जांच के लिए पहुंचे, उन्होंने खाना फेंके जाने वाली जगह का मुआयना किया तो खाने में मरी हुई छिपकली मिली.

प्रिंसिपल ने कहा- छिपकली नहीं, बैंगन था..

स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि खाने में छिपकली नहीं थी बल्कि बैंगन का डंठल था. इस घटना की सूचना पर नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल में SDO, SDPO, BDO समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे, इस मामले में नवगछिया BEO विजय कुमार झा ने रसोइए को बर्खास्त और प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दियाहै, साथ ही स्कूल के सभी शिक्षकों का तबादला दूसरे स्कूल में कर दिया.

 

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