नई दिल्ली. लाभ के पद विवाद में फंसे दिल्ली के जंगपुरा से AAP विधायक प्रवीण देशमुख के पिता आज भी गाड़ियों में पंक्चर लगाकर अपनी आजीविका चलाते हैं. 55 साल के पीएन देशमुख भोपाल के जिंसी में एक छोटी सी पंक्चर दुकान चलाते हैं. इस दुकान में वो टायर और ट्यूब की मरम्मत का काम करते हैं जिससे उनका घर चलता है.
अंग्रेज़ी अखबार
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक जंगपुरा से विधायक प्रवीण देशमुख ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में फंसे हैं. प्रवीण शिक्षा मंत्री के संसदीय सचिव हैं और अन्य 20 संसदीय सचिव विधायकों के साथ ही उनकी कभी सदस्यता जा सकती है.
प्रवीण ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि वो कोई लाभ का पद नहीं संभाल रहे है. प्रवीण वही विधायक हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर यह बात शेयर की थी कि वो दिल्ली में दो कमरों के किराए के मकाने में रहते हैं.
55 साल के पीएन देशमुख से जब उनके बेटे प्रवीण के बारे में बात की जाती है तो वो नाराज हो जाते हैं कि उनके बेटे पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं. प्रवीण के पिता का कहना है कि बेटे के विधायक बनने के बाद भी उनका रहन-सहन बदल नहीं है. वो पहले भी टायर-ट्यूब बनाते थे और आज भी वही करते हैं.
पीएन देशमुख कहते हैं कि जब प्रवीण विधायक बना था तब उन्हें अच्छा लगा था. लेकिन एक साल बाद उन्हें अपने बेटे की साधारण जिंदगी और दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए की जा रही उसकी कड़ी मेहनत पर नाज है.