आरक्षण की मांग को लेकर एक बार फिर गुर्जरों का आंदोलन शुरू हो गया है. राजस्थान के भरतपुर में गुर्जरों ने रेलवे ट्रैक पर कब्जा किया. प्रदर्शनकारी रात भर ट्रैक पर डटे रहे जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. राजस्थान के गांव पीलूपुरा में गुर्जरों ने आरक्षण की मांग को लेकर टेरैक पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है. रेलवे ट्रैक पर ही खाना बनाने से लेकर बाकी दिनचर्या के काम भी किए जा रहे हैं.
नई दिल्ली. आरक्षण की मांग को लेकर एक बार फिर गुर्जरों का आंदोलन शुरू हो गया है. राजस्थान के भरतपुर में गुर्जरों ने रेलवे ट्रैक पर कब्जा किया. प्रदर्शनकारी रात भर ट्रैक पर डटे रहे जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. राजस्थान के गांव पीलूपुरा में गुर्जरों ने आरक्षण की मांग को लेकर टेरैक पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है. रेलवे ट्रैक पर ही खाना बनाने से लेकर बाकी दिनचर्या के काम भी किए जा रहे हैं.
गुर्जर नेता कैप्टन हरप्रसाद का कहना है कि अब हम सरकार से किसी भी तरह की बात नहीं करेंगे. सरकार को हमारी मांग मननी होगी. गुर्जरों का कहना है कि 5 फीसदी अतिरिक्त आरक्षण तो सरकार ने उन्हें दे दिया लेकिन क्योंकि ये सुप्रीम कोर्ट की तय सीमा से ज़्यादा हो रहा है तो मामला पिछले 5 साल से कोर्ट में अटका पड़ा है.
अचानक शुरू हुए गुर्जर आंदोलन के चलते दिल्ली-मुंबई रेल रूट बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनें रद्द, दिल्ली से मुंबई जाने वाली 22 ट्रेनों के रास्ते बदले गए है. आरक्षण की मांग को लेकर दिल्ली मुंबई रेल लाइन पर कब्ज़ा करने के बाद मथुरा में मुंबई और कोटा जाने वाले कई ट्रेनों को जहां रद्द किया है तो वहीं कई ट्रेनों का रूट बदल दिया गया है .
गुर्जर आंदोलन में रेल यातायात बाधित होने से मथुरा के रेलवे स्टेशन पर राजधानी और जनता एक्सप्रेस जैसी कई ट्रेनों को घंटों तक रोक गया. जिससे चलते यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी. फिलहाल एसबीसी को एक फीसदी आरक्षण का लाभ मिल रहा है. इन जातियों को ओबीसी में भी लाभ दिया जा रहा है. पांच प्रतिशत आरक्षण का मामला हाईकोर्ट में है. सुनवाई 16 जुलाई को है.
कहां फंस रहा है पेंच
वसुंधरा राजे और पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार ने गुर्जर सहित पांच जातियों को एसबीसी (विशेष पिछड़ा वर्ग) में पांच फीसदी आरक्षण दिया. हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी. क्योंकि, संविधान के अनुसार इन्हें 5% आरक्षण देते ही राज्य में कुल आरक्षण 50% से ज्यादा हो रहा था. नियमानुसार 50% से ज्यादा आरक्षण नहीं हो सकता.
तीन बार आंदोलन, ले चुका है 72 जानें
29 मई, 2007: पाटोली में पुलिस फायरिंग,26 लोग मरे.
23 मई, 2008: पीलूपुरा में पुलिस फायरिंग, 16 लोग मारे गए.
24 मई, 2008: सिकंदरा में पुलिस फायरिंग, 21 की मौत
IANS