NIA ने माना IS के निशाने पर भारत, अप्रवासियों से खतरा

पहली बार किसी भारतीय खुफिया एजेंसी ने ऑन रिकॉर्ड यह माना है कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) ने भारत में आतंक फैलाने का पूरा डिजाइन तैयार किया है. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के मुताबिक, आईएसआईएस ने कुछ दूसरे आतंकी संगठनों की मदद से भारतीय और अप्रवासी भारतीयों को रिक्रूट करने की योजना बनाई है. इनकी मदद से इराक, सीरिया के अलावा भारत और दूसरे देशों में हमले किए जाने की योजना है.

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NIA ने माना IS के निशाने पर भारत, अप्रवासियों से खतरा

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  • May 22, 2015 4:00 am Asia/KolkataIST, Updated 10 years ago

नई दिल्ली. पहली बार किसी भारतीय खुफिया एजेंसी ने ऑन रिकॉर्ड यह माना है कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) ने भारत में आतंक फैलाने का पूरा डिजाइन तैयार किया है. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के मुताबिक, आईएसआईएस ने कुछ दूसरे आतंकी संगठनों की मदद से भारतीय और अप्रवासी भारतीयों को रिक्रूट करने की योजना बनाई है. इनकी मदद से इराक, सीरिया के अलावा भारत और दूसरे देशों में हमले किए जाने की योजना है.

बता दें कि एनआईए ने बुधवार को ही आईएसआईएस छोड़कर भारत वापस लौटे कल्याण के युवक आरिब मजीद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. एनआईए की ओर से कोर्ट में दाखिल दस्तावेज के मुताबिक, मुंबई के कल्याण इलाके से आईएसआईएस ज्वाइन करने पहुंचे चार युवकों ने देश में हमले करने की योजना बनाई थी. एजेंसी ने इस बात के भी संकेत दिए कि संगठन ने भारत विरोध आतंकी संगठनों से भी रिश्ते कायम कर लिए हैं. बता दें कि अभी तक सरकार, एजेंसियां, यहां तक कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह यह कह चुके हैं कि देश को आईएसआईएस से सीधा खतरा नहीं है और यहां के युवा इस ज्वाइन करने के प्रति आकर्षित नहीं हैं.
क्या है एनआईए की चार्जशीट में 
चार्जशीट में यह बताया गया है कि कैसे कल्याण के चारों युवक तीर्थ यात्रा के नाम पर इराक गए और बाद में आईएसआईएस ज्वाइन करने सीरिया पहुंच गए. चार्जशीट में बताया गया, ”आईएस ज्वाइन करने के बाद चारों लड़कों ने हथियार चलाने की बेसिक ट्रेनिंग ली और सीरिया और इराक के आतंकी गतिविधियों में शामिल हुए. यह भी पता चला है कि भारत में रहने वाले लोगों के अलावा विदेशों में रह रहे अप्रवासी भारतीयों को भी आतंकी संगठन खुद से जोड़ना चाहता है ताकि भारत पर हमले किए जा सकें.”

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