नई दिल्ली. राजधानी में सक्रिय किडनी रैकेट में एक नया खुलासा हुआ है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक दिल्ली के अपोलो अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट में जो गैंग काम कर रहा था, उसकी पहुंच अपोलों के एम एस के दफ्तर तक थी. वह इसलिए क्योंकि किडनी ट्रांसप्लांट की सारी कागजी प्रकिया एम एस ऑफिस के जरिए ही पूरी होती थी.
इस रैकेट का मास्टरमाइंड कोलकाता का रहने वाला सी राजकुमार राव है, जिसका नेटवर्क हिन्दुस्तान से लेकर श्रीलंका और इंडोनेशिया तक फैला है. वहीं पुलिस जांच में पता चला है कि राजकुमार कई डोनर को भारत के बाहर ले जाकर उनकी किडनी निकलवा चुका है. दिल्ली पुलिस की दो टीम कोलकाता और चैन्नई में राजकुमार की तलाश में रेड करने भी पहुंची है. इस मामले में कई बड़े अधिकारियोंं के शामिल होने की बात कही जा रही है.
गैंग ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे 2015 में कोयंबटूर में करीब 15 किडनी निकलवा चुके हैं. इस मामले में गिरफ्तार अपोलो के दोनों स्टॉफ मेंबर शैलेष और आदित्य को पुलिस ने दो दिन की रिमांड पर भेजा है.