उज्जैन. केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि उज्जैन की क्षिप्रा नदी सहित देश की सभी नदियों को 10 साल में प्रदूषणमुक्त किया जाएगा. जावड़ेकर ने मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्वच्छ भारत मिशन के ‘खुले में शौच-मुक्त’ समारोह और केंद्र सरकार के दो साल पूरे होने पर कहा कि नदियों को प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे. इस कार्य के लिए दो से ढाई लाख करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी. उन्होंने बताया कि नदियों में उद्योगों से होने वाले प्रदूषण को रोकने तथा प्रदूषित पानी को साफ करके नदी में मिलाने का कार्य किया जा रहा है.
‘डेढ़ करोड़ किसान के बनाए गए हेल्थ-कार्ड’
जावड़ेकर ने केन्द्र सरकार की दो साल की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए बताया कि डेढ़ करोड़ किसान के स्वाइल हेल्थ-कार्ड बनाए गए हैं. राष्ट्रीय राजमार्गो में प्रतिदिन 22 किलोमीटर सड़कों का निर्माण हो रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में चार करोड़ तथा शहरी क्षेत्रों में दो करोड़ आवास बनाए जाएंगे, जिसके लिए एक लाख 20 हजार रुपये की राशि हितग्राही को दी जाएगी. उन्होंने बताया कि एक करोड़ युवाओं को हर साल प्रशिक्षण दिया जाएगा.
‘नदियों में रेत की निगरानी सेटेलाइट के जरिए होगी’
उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल की गुणवत्ता में सुधार लाकर प्रदूषण में 90 प्रतिशत की कमी की जाएगी. सितम्बर माह से नदियों में रेत की उपलब्धता की निगरानी सेटेलाइट के जरिए की जाएगी. इससे अवैध उत्खनन और माफिया पर अंकुश लगेगा.
‘गांव में सफाई रहे और हमारा समाज स्वस्थ रहे’
केन्द्रीय राज्य मंत्री जावड़ेकर ने उज्जैन जनपद की सभी 76 ग्राम पंचायत के खुले में शौच से मुक्त होने की सराहना की. उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में बदलाव लाने के लिए यह जरूरी है कि हर घर में शौचालय हो, गांव में सफाई रहे और हमारा समाज स्वस्थ रहे. इस मौके पर स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन पर राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्घता के साथ काम कर रही है. उन्होंने कहा कि हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल में पूरे प्रदेश में शौचालयों का निर्माण हो गया है.