नई दिल्ली. लोकतंत्र को बचाने के लिए देश को ‘संघ मुक्त’ करने के नीतीश कुमार के आवाह्न पर बीजेपी ने करारा जवाब दिया है. बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि आरएसएस के आलोचकों को कम से कम एक बार उसकी शाखा में भाग लेना चाहिए, ताकि उनकी ‘गलत धारणाएं’ मिट सकें. साथ ही पार्टी ने यह भी कहा कि मोदी सरकार को देश के विकास और गरीबों के लिए काम करने से रोकने के ऐसे प्रयास कभी सफल नहीं होंगे.
इसके अलावा बीजेपी प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कांग्रेस को भी कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए सोनिया गांधी से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या राहुल गांधी ऐसे मोर्चे का नेतृत्व करेंगे या महज उसके हिस्सा होंगे.
‘नीतीश को संघ शाखा में भाग लेना चाहिए’
श्रीकांत शर्मा ने कहा कि नीतीश संघ के लोगों के साथ काफी लम्बे समय तक रहे हैं. उनका बीजेपी के साथ लंबा गठबंधन रहा है. और वो बीजेपी के कार्यक्रमों में भाग भी लेते रहे हैं. इसलिए बेहतर होगा कि नीतीश संघ को थोड़ा देखें और समझें. उसके लिए संघ की शाखा में जाना सर्वोत्तम होगा. उसके बाद ही उनके सॉफ्टवेयर में तकनीकी खामियां दूर हो सकेंगी. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग देश में संघ का विरोध करते हैं उन्हें कम से कम एक बार उसकी शाखा में जरूर जाना चाहिए.
नकवी का आरोप
बीजेपी नेता एवं केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने नीतीश के उस आह्वान पर सवाल उठाया जिसमें नीतीश ने सभी गैर बीजेपी, गैर-आरएसएस संगठनों से एक परचम तले आने को कहा गया है ताकि ‘सांप्रदायिक ताकतों की बढ़ती गतिविधियों पर रोक लगाकर देश की एकता को बरकरार रखा जाए एवं लोकतंत्र की रक्षा की जा सके. इस पर नकवी ने कहा कि नीतीश इस तथ्य को पचा नहीं पा रहे हैं कि हम समाज के गरीब एवं कमजोर तबकों को लाभ पहुंचा रहे हैं. लिहाजा नीतीश बीजेपी का विरोध नहीं, बल्कि कमजोर तबको के विकास और गरीबों के सशक्तिकरण के प्रयासों का विरोध कर रहे हैं. लेकिन वह अपने मकसद में कामयाब नहीं होंगे.’
क्या है पूरा मामला
आपको बता दे कि पटना में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ नारा देने के लिए आडे हाथ लेते हुए शनिवार को कहा था, ‘संघ मुक्त भारत’ बनाने के लिए सभी गैर बीजेपी पर्टियों को एक होना होगा.