नई दिल्ली. रोडरेज में डीटीसी ड्राइवर की हत्या के मामले में दिल्ली सरकार की सख्ती के बाद करीब 1200 बसें चलने लगी हैं. बसें इस मामले पर दिल्ली सरकार की हड़तालियों पर एस्मा कानून लगाने के निर्णय के बाद चली है. एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ‘एस्मा के प्रावधान के तहत अगर कर्मचारी काम पर नहीं लौटते तो हड़ताली कर्मचारियों […]
नई दिल्ली. रोडरेज में डीटीसी ड्राइवर की हत्या के मामले में दिल्ली सरकार की सख्ती के बाद करीब 1200 बसें चलने लगी हैं. बसें इस मामले पर दिल्ली सरकार की हड़तालियों पर एस्मा कानून लगाने के निर्णय के बाद चली है. एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ‘एस्मा के प्रावधान के तहत अगर कर्मचारी काम पर नहीं लौटते तो हड़ताली कर्मचारियों की सेवाओं को निरस्त कर दिया जाएगा. अगर कोई कर्मचारी सरकारी काम को बाधित करता है तो उसे गिरफ्तार भी किया जा सकता है.’
वहीं दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय का कहना है कि बीजेपी के इशारे पर डीटीसी के कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. गोपाल राय ने कहा बीजेपी की वजह से डीटीसी कर्मचारियों से सरकार की बात नहीं हो पा रही है.बीजेपी ने आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि गोपाल राय डीटीसी बस ड्राइवर के हत्यारों को बचाने में जुटे हैं. प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने आरोप लगाया कि ड्राइवर के हत्यारों का कनेक्शन आम आदमी पार्टी से हो सकता है. वहीं डीटीसी बस के ड्राइवर की हत्या के विरोध में हड़ताल से सोमवार को दिनभर सड़कों पर लोगों का बुरा हाल रहा.