चंडीगढ़: हरियाणा में इस वर्ष दशहरा पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया, जिसमें पंचकूला के दशहरा समारोह ने खूब चर्चा बटोरी। बता दें पंचकूला में 151 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। वहीं विशेष बात यह रही कि इसी स्थल […]
चंडीगढ़: हरियाणा में इस वर्ष दशहरा पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया, जिसमें पंचकूला के दशहरा समारोह ने खूब चर्चा बटोरी। बता दें पंचकूला में 151 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। वहीं विशेष बात यह रही कि इसी स्थल पर 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेता मौजूद रहेंगे।
पंचकूला के रावण का पुतला पहले 180 फीट ऊंचा बनाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन हाल ही में तेज आंधी के कारण पुतले का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके बाद इसकी ऊंचाई 151 फीट कर दी गई।
इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, “हरियाणा की जनता का उत्साह इस बात का प्रतीक है कि बीजेपी तीसरी बार सत्ता में आई है। वहीं 17 अक्टूबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी और पार्टी के शीर्ष नेता शामिल होंगे। हम हरियाणा के लोगों को इस विशेष अवसर का साक्षी बनने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। पंचकूला में भारी संख्या में लोग पहुंचेंगे।” इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि शपथ ग्रहण से पहले पार्टी के पर्यवेक्षक विधायकों के साथ मिलकर नए मुख्यमंत्री और मंत्रियों का चयन करेंगे। वहीं शपथ ग्रहण समारोह के बाद नए मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी।
करनाल में भी 70 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया, जिसमें 60 फीट के कुंभकर्ण और 65 फीट के मेघनाद के पुतले भी शामिल थे। इसके साथ ही कार्यक्रम के दौरान शोभायात्रा निकाली गई और नए विधायक जगमोहन आनंद मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे।
इसके अलावा अंबाला के बराड़ा में 111 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया, जिसे 25 कारीगरों ने करीब दो महीने की मेहनत से तैयार किया था। बराड़ा में रावण के पुतले की ऊंचाई के लिए पांच बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज हो चुका है, जिससे यह आयोजन और भी खास बन गया।
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