रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक चर्च में भगवा पट्टी बांधे कुछ युवकों ने प्रार्थना सभा के दौरान जमकर तोड़फोड़ और मारपीट की. उस वक्त चर्च में करीब 50 लोग मौजूद थे. हमले में कई लोगों को चोंटें भी आईं हैं. घटना से आक्रोशित ईसाई समुदाय ने पुलिस अधिकारियों से शिकायत की. पुलिस मामले की जांच कर रही है
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हमलावरों की संख्या करीब 20 थी. और वे चर्च पर धर्म बदलवाने का आरोप लगा रहे थे.हमलावरों ने चर्च में घुसते ही वहां रखे म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स, कुर्सी-टेबल, पंखे तोड़ने शुरू कर दिए. कुछ लोगों ने बीच बचाव की कोशिश की तो उनके साथ मारपीट भी की गई.
‘आरोपियों को नहीं बख्शा जाएगा’
चर्च पर हमले की घटना को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने कहा कि कानून व्यवस्था बिगाड़ने वाले बख्शे नहीं जाएंगे. पुलिस उन पर सख्त कार्रवाई करेगी. इसके अलावा पुलिस ने इस मामले में देर रात सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी लोगों की तलाश की जा रही है.
‘चर्च पर पिछले महीने में यह चौथा हमला’
क्रिश्चियन फोरम के अध्यक्ष अरुण पन्नालाल ने दावा किया कि ईसाइयों के पूजा स्थल पर राज्य में पिछले एक महीने में यह चौथा हमला है. पन्नालाल ने बताया कि हमले के दौरान उन्होंने महिलाओं को भी नहीं बख्शा और उनके कपड़े भी फाड़ दिए. इसके अलावा उन्होंने एक शिशु के साथ मारपीट की. हमलावरों को यह आरोप लगाते सुना गया कि गिरजाघर में लोगों का बदला जा रहा है.
धर्म बदलने के आरोपों का खंडन
इसके अलावा धर्म बदलने के आरोपों का खंडन करते हुए पन्नालाल ने कहा कि गांव के दलित परिवारों के 40 से 50 लोगों के समूह ने टिन की छत के नीचे एक चर्च स्थापित किया है. जहां हर रविवार को वे प्रार्थना करते हैं.