शनिवार की रात मुंबई से सटे ठाणे में एक ही परिवार के 14 लोगों के कत्लेआम हुआ और इस नरसंहार को अंजाम देने वाला शख्स था, परिवार का खेवनहार 35 साल का हसनैन वारेकर. जिसने अपने दो बच्चों, पत्नी, 3 बहनों, छह भांजे भांजियों के साथ, बूढ़े मां बाप को भी मौत के घाट उतार दिया.
मुंबई. शनिवार की रात मुंबई से सटे ठाणे में एक ही परिवार के 14 लोगों के कत्लेआम हुआ और इस नरसंहार को अंजाम देने वाला शख्स था, परिवार का खेवनहार 35 साल का हसनैन वारेकर. जिसने अपने दो बच्चों, पत्नी, 3 बहनों, छह भांजे भांजियों के साथ, बूढ़े मां बाप को भी मौत के घाट उतार दिया.
ठाणे के कसार वडवली गांव में हसनैन ने घर के अंदर ही खूनी खेल को अंजाम दिया. जिसका पता चलने पर हर कोई सन्न रह गया. पड़ोसियों को अब तक यकीन नहीं हो रहा है कि मोटी तनख्वाह कमाने वाला खुशमिजाज हसनैन ने ऐसा क्यों किया. ना ही अब तक की जांच के बाद पुलिस को कुछ सुराग मिल पाया है.
वारदात के 24 घंटे बाद पुलिस जब सामने आई तो उसके हाथ में एक चाकू था. पुलिस के मुताबिक हसनैन ने इसी चाकू से पूरे परिवार का गला रेत दिया और फिर खुदकुशी कर ली. लेकिन उसके पास इस सवाल का जवाब नहीं कि आखिर हसनैन ने ऐसा क्यों किया ?
पुलिस सच का पता लगाने में जुटी है. लेकिन इस बीच हसनैन का जो सच सामने आया है वो बेहद हैरान करने वाला है और कयास ये लगाए जा रहे हैं कि कहीं तंत्र मंत्र और जादू टोना के चक्कर में इस नरसंहार को अंजाम तो नहीं दिया गया.
बताया जा रहा है कि हसनैन के पिता एक दरगाह के ट्रस्टी थे. हसनैन भी अक्सर उस दरगाह में आया जाया करता था. लोगों के मुताबिक हसनैन बीते कुछ वक्त से तंत्र मंत्र के जाल में फंस गया था. वो ज्यादातर वक्त उस दरगाह में रहने वाले एक बाबा के साथ गुजारता था. लैपटॉप और मोबाइल पर भी वो ऐसी ही बातों में लग रहता था. पुलिस इस मामले में हसनैन की बहन साबिया से भी पूछताछ करके सुराग हासिल करने में जुटी है. जो हमले में बच गई थी और फिलहाल अस्पताल में भर्ती है.