छत्तीसगढ़: लड़खड़ाया सीएम रमन का हेलीकॉप्टर, बाल-बाल बचे

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह हेलीकॉप्टर में यात्रा के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल- बाल बचे. सिंह का हेलिकॉप्टर सुकमा के दौरे से लौटते वक्त कांकेर के पास लड़खड़ाकर 70 से 100 फीट तक नीचे आ गया. हालांकि बाद में इसे संभाल लिया गया और तुरंत लैंडिंग कराई गई. उस वक्त मुख्यमंत्री के साथ स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप भी थे.

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छत्तीसगढ़: लड़खड़ाया सीएम रमन का हेलीकॉप्टर, बाल-बाल बचे

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  • March 1, 2016 4:33 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह हेलीकॉप्टर में यात्रा के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल- बाल बचे. सिंह का हेलिकॉप्टर सुकमा के दौरे से लौटते वक्त कांकेर के पास लड़खड़ाकर 70 से 100 फीट तक नीचे आ गया. हालांकि बाद में इसे संभाल लिया गया और तुरंत लैंडिंग कराई गई. उस वक्त मुख्यमंत्री के साथ स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप भी थे.
 
हेलीकॉप्टर के मुख्य पायलट गोपाल कृष्ण पांडा ने बताया कि हेलीकॉप्टर जब कांकेर जिले में चार हजार फुट की उंचाई में था तब हेलीकॉप्टर के ऑटो पायलट मोड में तकनीकी खराबी के कारण हेलीकॉप्टर अचानक सौ फुट नीचे आ गया. लेकिन पांडा ने हेलिकॉप्टर को तत्काल संभाल लिया और इसके बाद सभी को सकुशल रायपुर में पुलिस लाइन के हेलीपैड पर सुरक्षित उतार लिया गया.
 
‘उन पलों को शब्दों में बयान करना मुश्किल’
मुख्यमंत्री और केदार कश्यप ने बताया कि उनके साथ ऐसा पहली बार हुआ है. उनका कहना है कि उन पलों को शब्दों में बयान करना मुश्किल है, बता दें कि यह हादसा उस वक्त हुआ जब मुख्यमंत्री सोमवार को सुकमा में 144 करोड़ से अधिक के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण  के बाद  हेलिकॉप्टर से वापस लौट रहे थे. 
 
पहाड़ी में बना रोपवे टूटा
वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ राजनांदगांव जिले में बमलेश्वरी देवी पहाड़ी में इस तरह का एक ओर हादसा सामने आया है. खराब मौसम की वजह से पहाड़ी में बना रोपवे टूट गया. इस घटना में एक महिला की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हुए हैं. 
वहीं राजनांदगांव जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में ट्रॉली जमीन पर आ गिरी और रोपवे बंद हो गया. जिसके बाद रोपवे में 12 दर्शनार्थियों की जान जमीन व आसमान के बीच 400 फीट की ऊंचाई पर तीन घंटे लटकी रही. रोपवे के बंद होने की वजह से ट्रालियां पहाड़ियों के बीच ही फंसी रही. 
हालांकि तीन घंटे के रेस्क्यु आपरेशन के बाद दर्शनार्थियों को सुरक्षित नीचे उतारा गया. घटना की खबर मिलते ही आईटीबीपी के करीब 20 से 25 जवानों ने बचाव अभियान शुरू किया.

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