Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • शनि शिंगाणापुर: दोनों पक्षों की बैठक खत्म, सीएम पर छोड़ा फैसला

शनि शिंगाणापुर: दोनों पक्षों की बैठक खत्म, सीएम पर छोड़ा फैसला

महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर मामले को लेकर मंदिर ट्रस्ट और भूमाता ब्रिगेड के साथ बैठक खत्म हो गई है. ये बैठक अहमदनगर के डीएम अनिल कावडे ने बुलाई थी. इस बैठक में मंदिर ट्रस्ट और रणरागिनी भूमाता ब्रिगेड की प्रमुख तृप्ती देसाई शामिल हुए थे. दोनों पक्षों ने आपसी सहमत से फैसला किया है कि जो सीएम देवेंद्र फडणवीस कहेंगें वो फैसला हमको मंजूर होगा.

Advertisement
  • February 6, 2016 10:20 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago

मुंबई. महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर मामले को लेकर मंदिर ट्रस्ट और भूमाता ब्रिगेड के साथ बैठक खत्म हो गई है. ये बैठक अहमदनगर के डीएम अनिल कावडे ने बुलाई थी. इस बैठक में मंदिर ट्रस्ट और रणरागिनी भूमाता ब्रिगेड की प्रमुख तृप्ती देसाई शामिल हुए थे. दोनों पक्षों ने आपसी सहमत से फैसला किया है कि जो सीएम देवेंद्र फडणवीस कहेंगें वो फैसला हमको मंजूर होगा.

तृप्ति देसाई ने क्या कहा ?

बैठक के बाद तृप्ति देसाई ने कहा कि दोनों पक्षों में सकारात्मक चर्चा हुई है. हम दोनो पक्षों ने अपने-अपने तथ्य सामने रखे हैं. हमें विश्वास है कि हम जल्द ही मंदिर में प्रवेश करेंगे. दोनो पक्ष इस बात पर सहम हुए हैं कि सीएम फडणवीस जो फैसला करेंगे हमको वो शांति पूर्वक मानना होगा.

सीएम फडणवीस ने दिया था भरोसा

तृप्ति देसाई के आंदोलन के बाद महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने संगठन की देसाई को ये भरोसा दिलाया है कि वो मंदिर प्रशासन से बात कर इस विवाद को सुलझाने की कोशिश करेंगे. मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद अहमदनगर के डीएम ने बैठक बुलाई है.

शंकराचार्य ने बुलाई धर्म संसद !

शनि पूजा को लेकर द्वारिका व ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने इलाहाबाद के माघ मेले में धर्म संसद का आयोजन किया है. उनका दावा है कि तीन शंकराचार्य और 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि इस धर्म संसद में शामिल होंगे. इसके अलावा 1200 साधु संत भी शांमिल होंगे. चर्चा होगी कि शनि पूजा होनी चाहिए या नहीं. यही नहीं गोहत्या और गंगा पर भी चर्चा होगी.

क्या है विवाद ?

हाल ही में एक महिला ने शनि शिंगणापुर मंदिर में शनि की पूजा की थी. शनि शिंगणापुर मंदिर में शनि देव के चबूतरे पर महिलाओं के जाने या पूजा करने की मनाही है. मंदिर प्रबंधन के लोगों ने उस महिला को रोका और चबूतरे को साफ किया. इसके बाद विवाद शुरू हो गया था. 

Tags

Advertisement