नई दिल्ली. पठानकोठ एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद रक्षा मंत्रालय ने बैठक ने वेस्टर्न कमांड के करीब 55 एयरबेस को हाई अलर्ट जारी कर दिया है. मंत्रालय ने एयरबेस में जबर्दस्ती प्रवेश करने वाले किसी भी संदिग्ध को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए हैं.
खबर है कि भारतीय वायुसेना अपनी सुरक्षा को लेकर और चौकस हो गई है. इसी का नतीजा है कि उसने वेस्टर्न कमांड के अंदर आने वाले करीब 20 एयरबेस पर हाईअलर्ट जारी कर दिया है. अगर कोई गैरकानूनी ढंग से एयरबेस के अंदर दाखिल होने की कोशिश करता है तो सुरक्षा में तैनात गार्ड को ये अधिकार होगा कि वो उसे गोली मार दे. वायुसेना का वेस्टर्न कमांड का क्षेत्र सूरतगढ़ से लेकर लेह तक फैला है.
क्विक रिएक्शन टीम
वेस्टर्न कमांड के एयरबेस पर सिक्युरिटी अलर्ट जारी करने के साथ ही आर्मी और पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ क्विक रिएक्शन टीम बनाने की प्रॉसेस भी शुरू कर दी गई है. इंडियन एयरफोर्स ने सभी एयरबेस को हाई सिक्युरिटी सिस्टम के तहत लाने के लिए सिक्युरिटी इक्विपमेंट्स मांगे हैं. साथ ही किसी भी हालात से निपटने के लिए एयरबेस पर मौजूदा टेक्नोलॉजी को भी अपडेट किए जाने के लिए मदद मांगी गई है.
सूत्रों के अनुसार मौजूदा तकनीक को अपग्रेड करने में हर एयरबेस पर करीब 100 से 150 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. ऐसा प्रस्ताव वायुसेना ने रक्षा मंत्रालय को भेजा है. उसमें कहा गया है कि जैसे ही इसकी मंजूरी मिलेगी उस पर अमल किया जाएगा.
गरुड़ कमांडो वायुसेना में होंगे तैनात
वायु सेना अपनी सुरक्षा चाकचौबंद करने के लिए स्पेशल फोर्स में गरुड़ कमांडो की मदद लेगी. इसके लिए उड़ान और गैर उड़ान वाले 950 प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए 700 गरुड़ कमांडो के दस अतिरिक्त दस्तों का गठन किया जाएगा. साथ ही इनके ट्रेनिंग पर और ध्यान दिया जाएगा. वायुसेना ने राज्य सरकारों से अनुरोध किया है कि वो एयरबेस के पास हुए अतिक्रमण को हटाए ताकि बेस की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.