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बिहार में उद्घाटन से पहले ही रेत के टीले की तरह ढहा 13 करोड़ से बना पुल

पटना: बीते कई दिनों से बिहार जहरीली शराब और लोगों की मौत के मामले को लेकर सुर्ख़ियों में है। अब यहां के बेगूसराय से एक और हैरतअंगेज़ मामला सामने आ रहा है। बेगूसराय में उद्घाटन से पहले ही 13 करोड़ की लागत से बना एक पुल ढह गया है। यह पुल गंडक नदी पर बनाया […]

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बिहार में उद्घाटन से पहले ही रेत के टीले की तरह ढहा 13 करोड़ से बना पुल
  • December 18, 2022 3:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

पटना: बीते कई दिनों से बिहार जहरीली शराब और लोगों की मौत के मामले को लेकर सुर्ख़ियों में है। अब यहां के बेगूसराय से एक और हैरतअंगेज़ मामला सामने आ रहा है। बेगूसराय में उद्घाटन से पहले ही 13 करोड़ की लागत से बना एक पुल ढह गया है। यह पुल गंडक नदी पर बनाया गया था। इस पुल का आगे का हिस्सा ढह कर नदी के अंदर गिर गया है। बिहार में मुख्यमंत्री नाबार्ड से वित्तपोषिण के तहत 206  मीटर का लंबा पुल बनाया जा रहा था,  लेकिन उद्घाटन में जाने का कोई मार्ग न होने के कारण इस पुल का उद्घाटन नहीं किया जा रहा था।

कैसे टूटा उद्घाटन से पहले ही यह पुल?

ऐसा बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से इस पुल के आगे के हिस्से में दरारें पैदा हो गई थी, इन दरारों को पहले छोटी-मोटी क्षति माना गया मगर बाद में 15 दिसंबर को पुल में आई दरारों के मसले में संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत कराया गया, लेकिन आज रविवार की सुबह ही क्षतिग्रस्त होने के कारण टूट कर नदी में गिर गया। इस पुल का कॉलम नंबर दो और कॉलम तीन के बीच का हिस्सा ही वह भाग है जो टूट कर नदी में जा गिरा।

2017 में बने पुल का अब तक उद्घाटन क्यों नहीं किया गया था?

यह पुल कुल 13 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया था। यह पुल साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। आहोक गंडक घाट किनारे से आकृति टोला चौकी और बिशनपुर के बीच 206 मीटर के पुल बनाया गया था।इस पुल के निर्माण का काम साल 2016  में शुरू किया गया था और साल 2017  में यह पुल बनकर तैयार हो गया था। हालाकि पुल को तैयार करने के लिए 13 करोड़ रुपये की राशि ख़र्च की गई है मगर इस पुल तक पहुँचने का कोई रास्ता अब तक तैयार नहीं हुआ था, जिसकी वजह से इस पुल पर जनमानस का आवागमन शुरु नहीं हुआ था। पुल का उद्घाटन इस वजह से अब तक नहीं हुआ था। इससे पहले कि इस पुल उद्घाटन हो पाता इस पुल का अग्रिम भाग ताश के पत्ते की तरह ढह गया।

क्या पुल के निर्माण में किसी तरह की अनियमितता हुई है?

रालोजपा नेता संजय यादव ने इस पुल के निर्माण को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया की पुल में दरार आने की शिकायत की गई थी, लेकिन अधिकारियों ने इस विषय में कोई हरकत नहीं की। उन्होंने यह भी कहा कि अगर यह पुल बनकर तैयार हो जाता तो दर्जनों गावों के लोगों को इस पुल से आने-जाने की सुविधा होती मगर यह पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।

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