अमृतसर. पांच महीने के अंदर पंजाब में दो आतंकी हमलों की बाद में राज्य के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि पंजाब में बीएसएफ के जवानों की तैनाती कश्मीर की तर्ज पर की जाए. बादल ने कहा है कि पाकिस्तान से लगती सीमा से घुसपैठ रोकने के लिए बीएसएफ के अधिक जवानों की राज्य को जरूरत है. उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात भी की है.
बादल ने कहा, “हाल में दीनानगर (27 जुलाई 2015) और पठानकोट (2 जनवरी 2016) में हुए आतंकी हमलों की वजह से उसी फार्मूले को पंजाब में लागू करने की जरूरत है जो जम्मू-कश्मीर में लागू है. सीमा पर चौकसी बढ़ाने की जरूरत है.
बादल ने कहा, “पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है और देश की एकता व अखंडता की रक्षा के लिए इसकी सुरक्षा को मजबूत बनाना जरूरी है.”
पंजाब में पाकिस्तान से लगती 553 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तारों वाली बाड़ लगी हुई हैं. लेकिन, जहां पर यह टूट गई है या खत्म ही हो गई है, वहां से घुसपैठ का खतरा बना रहता है. घुसपैठिये गुरदासपुर और पठानकोट में पानी वाले उन इलाकों का भी फायदा उठाते हैं जहां बाढ़ की वजह से बाड़ नष्ट हो जाती है. सीमा की निगरानी की जिम्मेदारी बीएसएफ संभालती है.