मुंबई. अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के होटल की नीलामी के दौरान सबसे अधिक बोली लगाने वाले पत्रकार एस बालाकृष्णन का सपना अब पूरा नहीं हो सकेगा क्योंकि वह होटल की तय कीमत नहीं चुका पा रहे हैं.
बता दें कि बालाकृष्णन ने दाऊद के होटल ‘दिल्ली जायका’ की नीलामी में सबसे अधिक 4.28 करोड़ की बोली लगाई थी जिसके बाद उन्होंने सिक्योरिटी के तौर पर 30 लाख रुपये भी जमा किए थे. गुरुवार को बाकी के 3.98 करोड़ रुपए चुकाने का आखिरी दिन था जिसमे वो असमर्थ रहे.
यह नीलामी एक महीने पहले हुई थी जिसमें बालाकृष्णन ने अपने एनजीओ की तरफ से हिस्सा लिया था और सबसे बड़ी बोली लगाई थी. वहीं सैफी बुरहानी अपलिफ्टमेंट ट्रस्ट (एसबीयूटी) 4.27 करोड़ की बोली लगाकर दूसरे नंबर पर रहा.
दाऊद के खौफ से नहीं मिल रही मदद
पत्रकार से सामजिक कार्यकर्ता बने बालाकृष्णन ने दावा किया है कि दाऊद के डर से हर कोई उन्हें आर्थिक सहायता देने से कतरा रहा है. उन्होंने इस जगह को गरीब बच्चों के लिए एक कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर बनाने कि योजना बनाई थी. उनका कहना है, ”मुझे दुःख है कि मैं राशि नहीं जुटा सका. दाऊद इब्राहिम का डर सबसे बड़ी वजह थी जिस वजह से लोग मेरा समर्थन करने के लिए आगे नहीं आए.”
PM और CM को लिखेंगे पत्र
बालकृष्णन ने कहा है कि वे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग करेंगे कि होटल को सरकार अपने कब्जे में ले ले और इस जगह पुलिस स्टेशन खोल ले. उन्होंने कहा कि सरकार दाउद को विदेश से पकड़कर लाने और उसकी संपत्ति जब्त करने के दावे तो कर रही है, लेकिन जो कर सकती है वो नहीं कर रही है.
फिर होगी संपत्ति नीलामी
रकम ना चुका पाने की वजह से ‘होटल जायका’ की नीलामी अब दुबारा होगी क्योंकि बोली में ऐसी कोई शर्त नहीं है कि दूसरे नंबर की बोली लगाने वाले को मौका दिया जाएगा. इतना ही नहीं इस बार की नीलामी में बेस प्राइज भी बढ़ने की संभावना है जो कि पिछली बार 1 करोड़ 18 लाख थी.